Why Women Leaving Jobs-घर -परिवार और नौकरी के बीच तालमेल न बिठा पाने के कारण हमारे देश में ही नहीं बल्कि कई अन्य देशों में महिलाएं या तो नौकरी छोड़ देती हैं या फिर ब्रेक ले लेती हैं। जबकि पुरुष ऐसा कम ही करते हैं।
इसके अलावा वर्किंग प्लेस पर भेदभाव और सैलरी में असमानता भी दो बड़े कारण हैं, जिनका सामना लगभग हर एक दफ्तर में महिलाओं को करना पड़ता है। सैलरी हाइक यानी इंक्रीमेंट में भी असमानता का सामना करने के कारण उन्हें
मानसिक तनाव झेलना पड़ता है। इसके अलावा वर्कप्लेस पर सेक्सुअल ह्रासमेंट और बॉसिज्म की मार अलग से झेलनी पड़ती है। शायद ऐसी तमाम वजह हैं कि कई देशओं में अब यह समस्या सामने आने लगी है कि लड़कियां शादी करने से कतरा रही हैं। वे इंडीपेंडेंट रहना चाहती हैं। शादी-शुदा जोड़े बच्चे पैदा करने से कतरा रहे हैं, क्योंकि बढ़ते खर्चों के बीच वे बच्चों की परवरिश के लिये समय और खर्च मैनेज करने से डर रहे हैं। इतना ही नहीं महिलाओं को मेटरनिटी लीव लेने के कारण उनकी परफोर्मेंस पर पड़ने वाले असर से भी डर लगता है। एक बार मेटरनिटी लीव लेने से न तो उन्हें इंक्रीमेंट मिलता है और न ही प्रोमोशन। कई बार तो नौकरी भी छीन ली जाती है। यही सच्चाई अब प्रोफेशनल सोशल साइट लिंक्डइन (LinkedIn) पर किये गये एक सर्वे से सामने आयी है। इस प्लेटफॉर्म पर महिलाओं ने बहुत खुलकर अपनी बात रखी है। जिसके बाद लिंक्डइन लगातार चर्चा में है। आप भी पढ़ें।
वर्कप्लेस पर पक्षपात, तनख्वाह में कटौती
Why Women Leaving Jobs: प्रोफेशनल सोशल साइट लिंक्डइन (LinkedIn) ने हाल ही में एक रिपोर्ट पब्लिश की है जिसके अनुसार भारत में 10 से 7 महिलाएं नौकरी छोड़ने पर विचार कर रही हैं। LinkedIn द्वारा साझा की गई रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं के नौकरी छोड़ने की सबसे बड़ी वजह है वर्कप्लेस पर पक्षपात, तनख्वाह में कटौती और काम में फ्लेक्सिबिलिटी (Working Place Flexibility) की कमी है।
Why Women Leaving Jobs – सर्वे में शामिल किया 2,266 महिलाओं को
इस रिपोर्ट को बनाने के लिए LinkedIn ने करीब 2266 महिलाओं से बातचीत की है। इसमें महिलाओं के कामकाज और उससे जुड़ी चुनौतियों पर फोकस किया गया है। LinkedIn की रिसर्च से पता चला है कि कोरोना महामारी (Corona Pandemic) ने महिलाओं के काम पर बहुत बुरा असर डाला है। इस महामारी के चलते देश में करीब 10 से 7 महिलाएं यानी करीब 83 प्रतिशत महिलाएं ऑफिस में ज्यादा फ्लेक्सिबल तरीके से काम करना पसंद करती है।
फ्लेक्सिबिलिटी की कमी
इस सर्वे से यह पता चला है कि पहले के मुकाबले करीब 70 प्रतिशत महिलाएं पहले ही छोड़ चुकी हैं या तो नैकरी छोड़ने पर विचार कर रही हैं। इसके साथ ही वह नौकरी के ऑफर्स भी रिजेक्ट कर रही है।
Why Women Leaving Jobs-पर्सनल लाइफ के साथ काम का बैलेंस है जरूरी
इस सर्वे में 5 में से 3 महिलाओं ने यह माना है कि वर्कप्लेस पर फ्लेक्सिबिलिटी (Flexibility on the workplace) से पर्सनल लाइफ और काम के बीच बैलेंस बनाने में आसानी होती है। इससे महिलाओं को करियर में आगे बढ़ने में मदद मिलती है। इसके साथ ही यह उनके अच्छे मेंटल हेल्थ के लिए भी जरूरी है। इन सभी चीजों से वह आगे भी नौकरी आसानी से कर पाती है।