Why are women leaving their jobs-वर्कप्लेस पर पक्षपात, तनख्वाह में कटौती के कारण महिलाएं छोड़ रही नौकरियां

Why Women Leaving Jobs
Why Women Leaving Jobs

Why are women leaving their jobs-घर -परिवार और नौकरी के बीच तालमेल न बिठा पाने के कारण हमारे देश में ही नहीं बल्कि कई अन्य देशों में महिलाएं या तो नौकरी छोड़ देती हैं या फिर ब्रेक ले लेती हैं। जबकि पुरुष ऐसा कम ही करते हैं।

जेंडर पे गेप का दंश

 बराबर योग्‍यता, क्षमता वाली और समान पद पर काम कर रही महिलाओं को उनके मुकाबले कम तनख्वाह,कम बोनस देना। रंग, नस्ल और क्षेत्र के आधार पर भेदभाव करना इसकी श्रेणी में आता है। कुछ साल पहले

गूगल पर लैंगिक भेदभाव और जेंडर पे गैप का आरोप लगा तो वह दुनिया भर के अखबारों, चैनलों  और वेब पोर्टल की सुर्खियां बना।  यूएस लेबर डिपार्टमेंट ने कंपनी पर केस कर उस पर हर्जाना लगा दिया। कुछ महिला कर्मियों ने आरोप लगाया कंपनी महिला और पुरुष को योग्यता और अनुभव के आधार पर नहीं, बल्कि जेंडर के आधार पर सैलरी दे रही थी। तकनीक की दिग्गज कई कंपनियों पर लैंगिक भेदभाव, सेक्‍सुअल हैरेसमेंट और जेंडर पे गैप के मुकदमे चले हैं। मसलन ऑरेकल से लेकर फेसबुक और ट्विटर और सितंबर में माइक्रोसॉफ्ट पर इस तरह के भेदभाव के आरोप में केस हो चुके हैं। गूगल ताज़ा उद्हारण है। 5 साल चले केस के बाद हाल ही में उसे अपनी कंपनी की महिला कर्मियों को 923 करोड़ रुपये हर्जाने के तौर पर देने पड़े।

Why are women leaving their jobs-पक्षपात पर प्रोफेशनल साइट ने किया सर्वे

 इसके अलावा वर्किंग प्लेस पर भेदभाव और सैलरी में असमानता भी दो बड़े कारण हैं, जिनका सामना लगभग हर एक दफ्तर में महिलाओं को करना पड़ता है। सैलरी हाइक यानी इंक्रीमेंट में भी असमानता का सामना करने के कारण उन्हें न केवल मानसिक तनाव झेलना पड़ता है। इसके अलावा वर्कप्लेस पर सेक्सुअल ह्रासमेंट और बॉसिज्म की मार अलग से झेलनी पड़ती है। शायद ऐसी तमाम वजह हैं कि लड़कियां शादी करने से कतरा रही हैं। वे इंडीपेंडेंट रहना चाहती हैं।  शादी-शुदा जोड़े बच्चे पैदा करने से कतरा रहे हैं, क्योंकि बढ़ते खर्चों के बीच वे बच्चों की परवरिश के लिये समय और खर्च मैनेज करने से डर रहे हैं। इतना ही नहीं महिलाओं को मेटरनिटी लीव लेने के कारण उनकी परफोर्मेंस पर पड़ने वाले असर से भी डर लगता है। एक बार मेटरनिटी लीव लेने से न तो उन्हें इंक्रीमेंट मिलता है और न ही प्रोमोशन। कई बार तो नौकरी भी छीन ली जाती है। नतीजतन तलाक बढ़ रहे हैं। महिलाएं अकेले रहना पसंद कर रही हैं।

 यह सच्चाई प्रोफेशनल सोशल साइट लिंक्डइन पर किये गये एक सर्वे से सामने आयी है। इस प्लेटफॉर्म पर महिलाओं ने बहुत खुलकर अपनी बात रखी

वर्कप्लेस पर पक्षपात, सैलरी में कटौती

प्रोफेशनल सोशल साइट लिंक्डइन के अनुसार भारत में 10 से 7 महिलाएं या तो नौकरी छोड़ने पर विचार कर रही हैं या छोड़ चुकी हैं। प्रोफेशनल सोशल साइट की रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं के नौकरी छोड़ने की सबसे बड़ी वजह है वर्कप्लेस पर पक्षपात, तनख्वाह में कटौती और काम में फ्लेक्सिबिलिटी  की कमी है।

Why are women leaving their jobs-हज़ारों महिलाओं से की बातचीत

 करीब 2266 महिलाओं ने प्रोफेशनल सोशल साइट से बातचीत में कहा कि उनके कामकाज के घंटे और वर्कप्लेस पर खराब और भेदभाव वाला रवैया उन्हें नौकरी छोड़ने पर मजबूर कर रहा है। रिपोर्ट में महिलाओं से जुड़ी अन्य चुनौतियों पर भी फोकस किया गया है। रिसर्च से पता चला है कि कोरोना महामारी ने महिलाओं के काम पर बहुत बुरा असर डाला है। इस दौर में बहुत सी कामकाजी महिलाओं को नौकरी गंवानी पड़ी। बहुत सी महिलाएं जो वर्क फ्रॉम होम कर रही थीं, उन्हें नौकरी छोड़ने पर मजबूर किया गया। इस महामारी के चलते देश में करीब 10 से 7 महिलाएं यानी करीब 83 प्रतिशत महिलाएं ऑफिस में ज्यादा फ्लेक्सिबल तरीके से काम करना पसंद करती हैं।

इस सर्वे से यह पता चला है कि पहले के मुकाबले करीब 70 प्रतिशत महिलाएं पहले ही नौकरी छोड़ चुकी हैं या तो छोड़ने पर विचार कर रही हैं। इसके साथ ही वह नौकरी के ऑफर्स भी रिजेक्ट कर रही है।

Why are women leaving their jobsपर्सनल लाइफ के साथ काम का बैलेंस

इस सर्वे में 5 में से 3 महिलाओं ने यह माना है कि वर्कप्लेस पर फ्लेक्सिबिलिटी से पर्सनल लाइफ और काम के बीच बैलेंस बनाने में आसानी होती है। इससे महिलाओं को करियर में आगे बढ़ने में मदद मिलती है।

इसके साथ ही यह उनकी अच्छी मेंटल हेल्थ के लिए भी जरूरी है। इससे वे न केवल जॉब आसानी से कर पाएंगी बल्कि उनकी प्रोडक्टिविटी पर भी बुरा असर नहीं पड़ेगा।

KAVITA RAJ SANGHAIK