भारत के इतिहास में सबसे खराब प्रधान मंत्री श्री मनमोहन सिंह जी और मोरार जी देसाई को कहा जाता है। एक महान अर्थ शास्त्री और एक दौर में भारत के संकट मोचक बनकर नए भारत का मार्ग प्रशस्त करने वाले श्री सिंह ने 10 साल तक कांग्रेसी लूट पर अपनी आंखें और मुंह बंद रखा और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन नहीं किया, बलि का बकरा बन कर घोटालों को छिपाते रहे…देश की अर्थव्यवस्था को धरातल पर उतार दिया…
भारत के इतिहास में- आतंक के खिलाफ कुछ नहीं किया
सेना के हाथ कमजोर किये। वे हर आतंकी हमलों पर सिर्फ कड़ी कार्रवाई करने की बजाय निंदा करते रहे!
मोरारजी देसाई के बारे में…

बात 1978 के शुरुआती महीनों की है जब Kahuta की Laboratory तक इंटेलिजेन्स एजेंसी RAW ने अपनी पैठ बना लिया था . . . RAW जासूसों ने इस Laboratory में काम करने वाले वैज्ञानिकों के (KRL सेंटर के आसपास के नाई की दुकान से ) hair samples इकट्ठा किए . . . फिर उनकी जांच की तो Nuclear Weapons रिसर्च की बात पक्की पाई गयी . . फिर इस पूरी Laboratory को नेस्तनाबूद करने के फैसले पर काम शुरू कर दिया गया। http://www.indiamoods.com/crpf-officer-shares-his-sentiments-and-story/
तभी तत्कालीन भारत के प्रधानमंत्री मोरार जी देसाई (जनता पार्टी) ने Pakistan के Nuclear Weapons Laboratory को तबाह करने के Operation Kahuta को बंद करने का फैसला लिया क्योंकि यह बिपक्षी काँग्रेस PM श्रीमती इन्दिरा गांधी द्वारा शुरू किया गया था . . . पर मोरारजी की बेबकूफी यहीं खत्म नहीं हुई . . . अगले हफ्ते PM मोरारजी की तब के पाकिस्तानी President, Zia- ul-Haq से हल्के-फुल्के अंदाज मे फोन पर बात हो रही थी, जिसमे उन्होने जिया-उल-हक़ को बताया की “भारत सरकार को मालूम है आपके परमाणु बम के लिए Uranium Enrichment प्लान की पूरी जानकारी है”. .
बस वही चौंक गया पाकिस्तान . . . पूरे Kahuta इलाके से भारतीय RAW जासूसों की धड़-पकड़ और खत्म शुरू कर दिया गया . . . रातों रात बीसियों जासूस पकड़े गए . . . उनके साथ फिर क्या हुआ किसी को पता नहीं . . . . इस Operation Kahuta को खत्म करने का निर्णय और बड्बोलेपन मे इसका खुलासा पाकिस्तानी राष्ट्रपति से करने का मोरारजी देसाई जी की यह बेबकूफी हिंदुस्तान के लिए नासूर बन गयी . . . . नहीं तो पाकिस्तान के परमाणु कार्यकर्म को कब का तबाह कर देता RAW . . . . .
नोट :- सारे तथ्य RAW के Declassified Files से लिए गए हैं . .( source-quora)