What is the connection of Taliban with Deoband?- देवबंद में एटीएस सेंटर स्थापित करने के योगी सरकार के ऐलान के साथ ही अब लोगों को यह जिज्ञासा सता रही है कि आखिर इस स्थान से तालिबान का क्या कोई कनेक्शन है। सीधे तौर पर नहीं। देवबंद में आतंकियों के कनेक्शन भले ही कई बार सामने आये हों लेकिन तालिबान का सीधा कनेक्शन कभी सामने नहीं आया। बस डर और कयास है कि कहीं तालिबान की विचारधारा से यहां के युवा प्रभावित न हों। दूसरा कई तालिबानी नेता इस जगह से खुद को जुडा हुआ बताते हैं। हालांकि देवबंद हमेशा इस तरह की विचारधारा से खुद को दूर रखने की बात कहता है।
जमात-ए-उलेेेम-ए-हिन्द और मदरसे

भारत में देवबंद का जन्मस्थान दारूल उलूम कहता तो ये है कि वह तालिबानियों की हिंसा का समर्थन नहीं करता है लेकिन वह उनके सिविल शासन का समर्थन भी करता है. भारत में रहकर भारत के क़ानून से बंधे होने की वजह से देवबंद तालिबानी हिंसा का समर्थन कर भी नहीं सकता है मगर तालिबान के सिविल शासन का समर्थन करता है तो फिर यह अपने आप में ही उसकी विचारधारा को प्रदर्शित करता है. ये भी बता दें कि भारत के विभाजन के समय दारूल उलूम देवबंद की राजनीतिक पार्टी जमात-ए-उलेेेम-ए-हिन्द का विभाजन हो गया था.
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What is the connection of Taliban with Deoband?-जमाते-उलेमा-ए-इस्लाम के नाम से इसका धड़ा पाकिस्तान में
विभाजन के समर्थक जमाते-उलेमा-ए-इस्लाम बनाकर पाकिस्तान चले गए. वहाँ पर इन्होंने देवबंद के मदरसे शुरू किए, जिसने आतंक की ऐसी नर्सरी पैदा की है जो तालिबान के रूप में पूरी दुनिया में जिहाद के नाम पर कत्लेआम करना चाहती है. प्रदेश के तेज तर्रार करीब डेढ़ दर्जन अफसरों को भी यहां पर तैनात किया जाएगा। सरकार इसको लेकर लम्बे समय से होमवर्क कर रही थी। सहारनपुर जिला प्रशासन से इस पर गोपनीय प्रस्ताव मंगाया गया था। जिला प्रशासन ने देवबंद के उद्योग प्रशिक्षण केंद्र में एटीएस कमांडो सेंटर बनाने का प्रस्ताव भेजा था। शासन ने इसको मंजूरी दी है।
इस्लामिक आतंकी तालिबान का जन्मस्थान ही देवबंद से माना जाता है.

योगी सरकार कमांडो सेंटर बनाए जाने का काम प्राथमिकता से कर रही है. सरकार ने ये फैसला वर्तमान परिस्थितियों और चुनौतियों को देखते हुए लिया है. बता दें कि अफगानिस्तान में कहर बरपा रहे इस्लामिक आतंकी तालिबान का जन्मस्थान ही देवबंद से माना जाता है. तालिबान देवबंद की ही इस्लामी विचारधारा से प्रेरित है. इसके अलावा ये भी कहा जाता है कि तालिबान के कई शीर्ष आतंकी तथा मौलाना देवबंद से तालीम भी ले चुके हैं.
What is the connection of Taliban with Deoband?-अलर्ट मोड पर सरकार
साथ ही कई बार देवबंद में आतंकी कनेक्शन सामने आ चुका है. इसे ही देहते हुए योगी सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है. किसी भी तरह की लापरवाही न हो इसके लिए एटीएस कमांडो तैनात किए जा रहे है. योगी सरकार ने पूरे राज्य भर से करीब डे़ढ़ दर्जन तेज तर्रार एटीएस अफसरों का चयन किया है, जिन्हें देवबंद में तैनात किया जाएगा. अफगानिस्तान के हालात देखकर तालिबानी समर्थकों पर लगाम कसने के लिए योगी सरकार अभी से अलर्ट हो गई है. यही वह है कि यहां पर एटीएस कमांडो सेंटर बनाने के फैसला लिया गया है. यहां पर बड़ी संख्या में एटीएस कमांडो को ट्रेनिंग दी जाएगी.
साभार- सुदर्शन न्यूज़…