वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी में कहा कि वे कचरे से कमल खिलाना जानते हैं। अपनी पार्टी के बूथ अध्यक्षों को आलोचनाओं से बेपरवाह रहने की नसीहत देते हुए कहा कि ‘कोई मोदी को कितनी भी गाली दे, चिन्ता ना करें।” उन्होंने दावा किया कि वह कचरे से ‘‘कमल” खिलाना जानते हैं।
मोदी ने यहां शुक्रवार को वाराणसी लोकसभा सीट के लिए नामांकन करने से पहले बूथ अध्यक्षों और सेक्टर प्रमुखों को संबोधित करते हुए कहा, ‘कोई मोदी को कितनी भी भद्दी गाली दे, आप चिन्ता मत करो।’
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भाषण के दौरान सुनाया किस्सा

प्रधानमंत्री ने एक किस्सा भी सुनाया, ”एक बार एक सज्जन जा रहे थे। लोग बहुत गालियां दे रहे थे। वो सुन रहे थे। लोग हाथ लंबा करके उसे गाली दे रहे थे और वे चले जा रहे थे।” मोदी ने किस्सा जारी रखते हुए कहा, ”कहीं पर पहुंचे तो लोगों ने उनसे पूछा कि इतने सारे लोग आपको गालियां दे रहे हैं। कह रहे हैं कि चोर है, ये है,वो है और आप क्यों ऐसा चल रहे हो। कुछ चिन्ता ही नहीं है आपको। आप पर कोई असर ही नहीं है। उसने कहा, देखो भाई। तुम बाजार में कुछ भी लेने जाओगे और लिये बिना आओगे तो तुम्हारे घर कुछ आएगा क्या ? जिसे जो देना है, देता रहे । अगर मेरी जेब में जगह ही नहीं है तो मैं कहां ले जाता हूं । मैं अपनी मस्ती से गुजरता हूं ।”
कीचड़ से कमल पैदा करता हूं-मोदी
मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा, ”जिसको जो गाली देनी है, वो सारी आप मोदी के खाते में पोस्ट कर दो । मैं गंदी से गंदी चीज से भी खाद बनाता हूं । कितना ही गंदा, कूडा, कचरा हो, मैं उसमें खाद बनाता हूं और उसी से कमल खिलाता हूं ।”