Vijay Hazare Trophy 2021-कप्तान ऋषि धवन के हरफनमौला खेल और मैन ऑफ द मैच सलामी बल्लेबाज शुभम अरोड़ा (136) की नाबाद शतकीय पारी से हिमाचल प्रदेश ने विजय हजारे ट्रॉफी पहली बार अपने नाम की। हिमाचल ने राष्ट्रीय एकदिवसीय टूर्नामेंट के खराब रोशनी से प्रभावित फाइनल में रविवार को यहां तमिलनाडु को वीजेडी प्रणाली से 11 रन से हराया। तमिलनाडु ने अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक की 116 रन की पारी के दम पर 314 रन (49.4 ओवर में ऑल आउट) बनाये। खराब रोशनी के कारण मैच को रोके जाते समय हिमाचल ने 47.3 ओवर में चार विकेट के 299 रन बना लिये थे। वीजेडी प्रणाली से इस समय पांच बार के चैम्पियन तमिलनाडु का स्कोर 289 रन था।
अरोड़ा की 131 गेंद की नाबाद पारी, 13 चौके और एक छक्का जड़ा

विकेटकीपर बल्लेबाज अरोड़ा ने 131 गेंद की नाबाद पारी के दौरान 13 चौके और एक छक्का जड़ा। जबकि शानदार लय में चल रहे धवन ने 23 गेंद की नाबाद पारी में 42 रन बनाये उन्होंने इस दौरान पांच चौके और एक छक्का लगाया। धवन ने गेंद से भी कमाल दिखाते हुए 10 ओवर में 62 रन देकर तीन विकेट लिये।
हिमाचल प्रदेश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया जिसे उसके गेंदबाजों ने शुरुआती 14.3 ओवर में 40 रन पर चार विकेट लेकर सही साबित किया।
क्या होता है VJD Method?
हिमाचल को वीजेडी मैथड के जरिए विनर डिक्लेयर किया गया है. वीजेडी मैथड क्या है, जानिये
दरअसल वीजेडी मैथड बारिश से प्रभावित होने वाले लिमिटेड ओवर्स के क्रिकेट मैचों में टारगेट स्कोर को कैलकुलेट करने की एक विधि है, जिसे केरल के एक सिविल इंजीनियर वी.जयदेवन ने तैयार किया था. यह एक ऐसी विधि है जो DLS (डकवर्थ, लुईस और स्टर्न) मैथड का एक विकल्प है। वीजेडी मैथड का इस्तेमाल इससे पहले इंडियन क्रिकेट लीग और तमिलनाडु प्रीमियर लीग (टीएनपीएल) में इस्तेमाल किया गया था. आईपीएल के चौथे और पांचवें सीज़न में इसका इस्तेमाल किया गया था.
सात फेज़ में बंटा होता है वीजेडी मैथड
वीजेडी मैथड में एक पारी के ओवरों को सात फेज में बांटा गया है. इसका पहला फेज 5 ओवरों का होता है. इसे वीजेडी मैथड का 10 प्रतिशत माना जाता है. दूसरे फेज में 6 से 15 ओवरों तक की कैलकुलेशन होती है. यह इस मैथड का 20 प्रतिशत हिस्सा होता है. इसका तीसरा फेज 16 से 25 ओवर के बीच का है. इसे स्थिरता के लिए माना जाता है. चौथे फेज में 26 से 30 ओवर होते हैं. इसमें टीमें स्टेबल हो कर खेलती हैं. पांचवां फेज 31 से 40 ओवर का होता है. इस फेज में टीमें स्कोर बढ़ाने के लिए तेजी से खेलती हैं और यह भी 20 प्रतिशत गिना जाता है. इसके छठे फेज में 41 से 45 ओवर होते हैं और आखिरी फेज में 46-50 ओवरों की गिनती होती है. यह फाइनल स्लॉग कहा जाता है.
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रनों के प्रतिशत और ओवरों के प्रतिशत को कैलकुलेट किया जाता है
इस तरह से 7 फेजों के आधार पर मैच में बारिश या किसी और वजह से खेल रुकने पर रनों के प्रतिशत और ओवरों के प्रतिशत को कैलकुलेट किया जाता है. वीजेडी मैथड तो 7 फेजों में है, लेकिन डीएलएस अलग तरह से कैलकुलेट करता है. इसमें धीमी गति और आखिरी 10 से 15 ओवरों को स्लॉग के रूप में माना जाता है. डकवर्थ लुइस नियम सिंगल कर्व पर बना है. जबकि वीजेडी मैथड को दो अलग-अलग कर्व से मापा जाता है. कई कारणों की वजह से ही जानकार डीएलएस से वीजेडी मैथड को ज्यादा बेहतर मानते हैं.