आंध्र प्रदेश स्थित तिरुमला तिरुपति बालाजी का नाम देश के सबसे प्रतिष्ठित और अमीर मंदिरों में आता है. इस मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर स्वामी को करोड़ो रुपये का चढ़ावा चढ़ाया जाता है. इस बार हैदराबाद के श्रीनिवास दंपत्ति ने 1.8 करोड़ रुपये (वर्तमान में करीब 4 करोड़ रुपये) की लागत से बनी सोने की तलवार भगवान को भेंट की है।

6 महीने में तैयार हुई ‘सूर्य कटारी’
बताया जा रहा है कि सोने की तलवार ‘सूर्य कटारी’ को श्रीनिवास दंपति ने तमिलनाडु के कोयंबटूर में विशेषज्ञ ज्वैलर्स द्वारा बनावाया है. इसे बनाने में करीब 6 महीने का वक्त लगा. साढ़े छह किलो वजनी इस सोने की तलवार को जब बनाया गया, तब इसकी कीमत तकरीब 1.8 करोड़ रुपये थे, लेकिन अभी इसकी कीमत करीब 4 करोड़ रुपये है।

लंबे समय से बंद था मंदिर
भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के चरणों में सोने की तलवार सौंपने वाले श्रीनिवास ने कहा कि मैं पिछले एक साल से सोने की तलवार ‘सूर्य कटारी’ को भेंट देना चाहता था, लेकिन कोरोना की वजह से मंदिर बंद था. श्रीनिवास दंपति तिरुमाला के कलेक्टिव गेस्ट हाउस में मीडिया के सामने करीब साढ़े छह किलोग्राम वजनी तलवार का प्रदर्शन किया. और Tirumala Tirupati Devasthanam (TTD) अधिकारियों को ये सोने की तलवार सौंपी.
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करोड़ों की भेंट चढ़ाते हैं भक्त
इससे पहले तमिलनाडु के जाने-माने कपड़ा व्यापारी थंगा दोराई ने 2018 में तिरुमाला स्थित भगवान वेंकटेश्वर को 1.75 करोड़ रुपये की सोने की तलवार दान दी थी. इस सोने की तलवार या ‘सूर्य कटारी’ बनाने में लगभग छह किलोग्राम सोना लगा था. दोराई ने भी सुप्रभात सेवा के दौरान मंदिर के अधिकारियों को तलवार सौंपी थी.

दूसरा सबसे अमीर मंदिर है तिरुपति
तिरुपति श्रीवेंकटेश्वर मंदिर भारत का दूसरा सबसे अमीर मंदिर है, जहां करोड़ों का चढ़ावा हर साल आता है. हर साल लाखों भक्त आंध्रप्रदेश की तिरुमला की पहाड़ियों पर स्थित इस मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर का आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं. कोरोना काल में बाकी मंदिरों की तरह यह मंदिर भी बंद था.