The People Trapped in Kabul- काबुल में फंसे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। कुछ देशों ने लोगों को अफ़गानिस्तान से निकालने के लिए चलाई जा रही फ़्लाइट रोक दी है. जर्मनी, नीदरलैंड्स और कनाडा ने हमले से पहले ही अपनी उड़ानों का परिचालन रोक दिया है. तुर्की ने भी बीते छह साल से काबुल एयरपोर्ट पर तैनात अपने सैनिकों को वापस बुलाने का एलान कर दिया था. इधर भारत Wait and watch की स्थिति में है।
विदेश मंत्री बोले- देखो और प्रतीक्षा करो

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को अफगानिस्तान की ताजा स्थिति से अवगत कराया और कहा कि सरकार वहां से भारतीयों को वापस लाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है जहां स्थिति ‘गंभीर’ है। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत की तात्कालिक चिंता एवं प्राथमिकता वहां से लोगों को बाहर लाना तथा दीर्घकालिक हित अफगानिस्तान के लोगों के साथ मित्रता है। करीब साढ़े तीन घंटे तक चली इस बैठक के दौरान जयशंकर ने कहा कि सरकार ने तालिबान को लेकर ‘देखो और प्रतीक्षा करो’ का रुख अपनाया है जो उभरती स्थिति पर निर्भर करेगा । बाद में तालिबान को लेकर भारत के रुख के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि अफगानिस्तान में स्थिति ठीक नहीं हुई है, इसे ठीक होने दीजिए ।
यह भी पढ़ेंः Another name for panic is Taliban- जानें कैसे बना तालिबान
The People Trapped in Kabul-भविष्य की नीति से जुड़े सवाल पर संयम रखना होगा-विदेश मंत्री
उन्होंने कहा, ‘आपको हमारी भविष्य की नीति से जुड़े सवाल पर संयम रखना होगा । वहां स्थिति ठीक होने दें ।’ जयशंकर ने बाद में अपने ट्वीट में कहा, ‘ हमारी तात्कालिक चिंता वहां से बाहर निकालने के कार्य और अफगानिस्तान के लोगों के साथ मित्रता के दीर्घकालिक हितों से जुड़ी हैं ।’ कुछ दिनों पहले तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा करने की पृष्ठभूमि में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राजनीतिक दलों के नेताओं को उस देश के ताजा हालात के बारे में जानकारी दी ।
संसदीय सौध में आयोजित इस बैठक में जयशंकर के अलावा राज्यसभा के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल तथा संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी भी मौजूद थे । इसमें विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला सहित विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे ।
यह भी पढ़ेंः Terror Attack on kabul airport- 60 की मौत, 50 से अधिक घायल, isis ने ली हमले की ज़िम्मेदारी
The People Trapped in Kabul-अब तक सरकार ने 565 लोगों को निकाला

बैठक में मौजूद लोगों को अफगानिस्तान से बाहर निकालने के अभियान के संबंध में उपलब्ध कराये गए आंकड़ों के अनुसार, सरकार ने दूतावास के 175 कर्मियों, 263 अन्य भारतीय नागरिकों, हिन्दू एवं सिख समेत अफगानिस्तान के 112 नागरिकों, अन्य देशों के 15 नागरिकों को बाहर निकाला और यह कुल आंकड़ा 565 है। दस्तावेज के मुताबिक, सरकार ने अन्य एजेंसियों के माध्यम से भारतीयों को निकालने की सुविधा भी उपलब्ध करायी । इस महत्वपूर्ण बैठक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, द्रमुक नेता टी आर बालू, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा, अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल सहित कुछ अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया। जयशंकर ने यह भी कहा कि सरकार सभी भारतीयों को अफगानिस्तान से वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है ।