The misery of the mountains-हिमाचल प्रदेश में हाल में हुई बर्फबारी के बाद तीन राष्ट्रीय राजमार्गों समेत तकरीबन 150 सड़कों को बंद कर दिया गया है। यह जानकारी राज्य आपात अभियान केंद्र ने यहां दी। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यहां बताया कि
ऊंचाई वाले क्षेत्रों और लाहौल-स्पीति के जनजातीय क्षेत्रों में फिर से मध्यम स्तर की बर्फबारी हुई, जबकि कांगड़ा, शिमला, चंबा और कुल्लू जिलों के कई इलाकों में रुक-रुक कर हल्की बारिश हुई।
खोकसार में 3.4 सेंटीमीटर (सेमी) बर्फबारी हुई। इसके बाद कुकुमसेरी और केलांग में क्रमश: 1.7 सेमी और एक सेमी हिमपात हुआ।
The misery of the mountains-200 ट्रांसफॉर्मर और आठ जलापूर्ति योजनाएं भी प्रभावित
आपात केंद्र ने बताया कि लाहौल-स्पीति में सबसे ज्यादा 130 सड़कों को गाड़ियों की आवाजाही के लिए बंद किया गया, जबकि चंबा में नौ, कुल्लू में पांच, कांगड़ा और शिमला में दो-दो सड़कें बंद की गई हैं। उसके मुताबिक, 200 ट्रांसफॉर्मर और आठ जलापूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं।
The misery of the mountains
मौसम विभाग के मुताबिक, चंबा के भारमौर में 12.3 मिमी बारिश हुई है, जिसके बाद सलूनी में 8.4 मिमी, बंजर में तीन मिमी, पंडोह में 1.5 सेमी, पालमपुर में एक मिमी और भुंटर और शिमला में 0.5-0.5 मिमी
बारिश दर्ज की गई है। न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। केलांग में पारा शून्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस नीचे रिकॉर्ड किया गया है, जो रात में क्षेत्र का सबसे सर्द इलाका रहा।
केलांग में शून्य से एक डिग्री कम पारा दर्ज
कुकुमसेरी में तापमान शून्य से 3.9 डिग्री सेल्सियस कम रहा, जबकि केलांग में शून्य से एक डिग्री कम पारा दर्ज किया गया। वहीं, प्रमुख पर्यटन स्थलों नारकंडा, डलहौजी, कुफरी, शिमला और मनाली में
न्यूनतम तापमान क्रमश: 0.3 डिग्री, 2.9 डिग्री, 3.1 डिग्री, 4.4 डिग्री और पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
स्थानीय मौसम केंद्र ने सोमवार और बृहस्पतिवार को मध्य और अधिक ऊंचाई वाले पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी और बारिश की संभावना जताई है, जबकि 11 फरवरी तक मौसम शुष्क रहने का अनुमान है।