Terrorist call center exposed in Kashmir- हैदरपोरा में पाकिस्तानी आतंकवादी समेत 4 की मौत

IG VIJAY K

Terrorist call center exposed in Kashmir-कश्मीर में पहली बार आतंकियों के काॅल सेंटर का खुलासा हुआ है। हैदरपोरा में सोमवार देर रात आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद इसका पता चला। इसे पाकिस्तानी और स्थानीय आतंकी व ओवरग्राउंड वर्कर मिल कर चलाते थे। इस मुठभेड़ में 2 आतंकवादियों समेत 4 लोग मारे गये। पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ के दौरान मारे गये 2 लोग आतंकियों के पनाहगार व मददगार थे।

आतंकियों के मददगार मुदस्सर गुल की भी मौत

आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने मंगलवार को बताया कि मुठभेड़ में मारे गये आतंकियों के मददगार मुदस्सर गुल के कमरे की तलाशी में ऐसे कई सबूत मिले, जिससे इस साजिश का पता चलता है। यहां से बरामद मोबाइल फोन और कंप्यूटर-लैपटाॅप को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। डीआईजी की अध्यक्षता में एक एसआईटी आगे जांच करेगी।

आतंकवादियों में हैदर उर्फ बिलाल भाई पाकिस्तान का था

आईजीपी ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गये आतंकवादियों में हैदर उर्फ बिलाल भाई पाकिस्तान का रहने वाला था। दूसरे आतंकी का नाम आमिर था, वह बनिहाल का रहने वाला था। हैदर ने ही गत रविवार श्रीनगर डाउन-टाउन इलाके में सुरक्षाबलों पर हमला किया था, जिसमें एक जवान घायल हो गया था। हमले के बाद मुदस्सर गुल आतंकियों को गाड़ी में बैठाकर अपने घर ले गया था। आईजीपी के अनुसार, पेशे से डेंटिस्ट मुदस्सर गुल ने हैदरपोरा में 3 कमरे किराए पर लिए हुए थे, जहां उसने काॅल सेंटर भी बनाया हुआ था। मुठभेड़ स्थल से आपत्तिजनक सामग्री, हथियार व गोला-बारूद भी बरामद हुआ है।


Terrorist call center exposed in Kashmir-क्रॉस फायरिंग में ढेर किये आतंकी

इस मुठभेड़ पर सियासत शुरू हो गई है।

आईजीपी विजय के अनुसार, सूत्रों से जानकारी मिली थी कि आतंकवादी हैदरपोरा में छिपे हुए हैं। सूचना के तुरंत बाद सोमवार रात एसओजी, सेना व सीआरपीएफ का संयुक्त दल मौके पर पहुंचा। मुठभेड़ से पहले मकान मालिक अल्ताफ अहमद और किराएदार मुदस्सर गुल को बुलाया गया। उनसे पूछताछ की और वह कमरा खुलवाने के लिए कहा गया, जहां आतंकी छिपे हुए थे। पहले तो आतंकवादियों ने दरवाजा नहीं खोला, जब खोला तो उसी के साथ उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी फायरिंग की। इस बीच अल्ताफ और मुदस्सर को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया गया, परंतु वे क्राॅस फायरिंग की चपेट में आ गए। मकान मालिक अल्ताफ किसकी गोली से मरा, इसकी पुष्टि अभी नहीं हो पायी है।

परिवार का आरोप

मुठभेड़ के दौरान मारे गये मकान मालिक अल्ताफ अहमद के परिवार ने कहा है कि उनका आतंकियों से कोई संबंध नहीं था। उनकी भतीजी साइमा ने ट्वीट किया, ‘आपने गहरी साजिश के तहत मेरे बेकसूर चाचा की हत्या कर दी, आपने उनका इस्तेमाल मानव ढाल की तरह किया…।’ इस पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘यह देखकर दुख होता है कि आतंकवादियों से लड़ते हुए नागरिकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया गया है।’

Terrorist call center exposed in Kashmir

वहीं, आईजीपी विजय कुमार ने कहा कि अल्ताफ की गिनती आतंकवादियों को पनाह देने वाले के रूप में की जाएगी, उसने किरायेदार रखे थे और पुलिस को इस बारे में सूचना नहीं दी थी। कुमार ने बताया कि चारों मृतकों के शवों को मंगलवार तड़के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में दफना दिया गया, ताकि शहर में कानून व्यवस्था की समस्या पैदा नहीं हो। इस पर, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने कहा, ‘आरोप गंभीर हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस को कम से कम शव को गरिमापूर्ण अंत्येष्टि के लिए परिवार को सौंप देना चाहिए था। क्या मरे हुए लोग भी अब शांति के लिए खतरा हैं?’