आरजेडी के ‘बागी’ तेज प्रताप ससुर चंद्रिका राय के खिलाफ सारण से निर्दलीय लड़ेंगे ऐसी खबरें आ रही हैं। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे एवं बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने सोमवार को बड़ा एलान किया है. राजद में खुद की अनदेखी से नाराज चल रहे तेज प्रताप यादव ने कहा कि सदन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पूरी तरह से चाटुकारों से घिर गये है. लेकिन मैं अपनी मां राबड़ी देवी से आग्रह करूंगा कि वे सारण संसदीय सीट से चुनाव लड़ें. अगर उनकी बात नहीं मानी गयी तो वे सारण सीट से अपने ससुर चंद्रिका राय के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.हालांकि चंद्रिका राय ने कहा कि उनके दामाद सारण में उनके ख़िलाफ़ चुनाव नहीं लड़ेंगे. बाद में तेज प्रताप ने भी कहा कि कौन कहां से चुनाव लड़ रहा है यह उनकी चिंता नहीं है।
लालू-राब़ड़ी मोर्चा बनाया
तेज प्रताप यादव ने सोमवार (1 अप्रैल 2019) को अपनी नई पार्टी लालू-राबड़ी मोर्चा का ऐलान किया। तेज प्रताप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि हमें दो सीट चाहिए। शिवहर और जहानाबाद।
Surendra Yadav from Jehanabad has lost the last 3 elections. People want a young face who'll work for them: Tej Pratap Yadav, Politician.#May23WithTimesNow pic.twitter.com/Kd3FZ3CphV
— TIMES NOW (@TimesNow) April 1, 2019
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार में जारी घरेलू विवाद अब खुल कर सामने आ गया है. अब पूरी तरह से बगावत का रुख अख्तियार कर चुके तेज प्रताप यादव ने पटना में पत्रकारों से बातचीत में आज ये बातें कही. इस दौरान तेज प्रताप यादव ने राजद से अलग लालू-राबड़ी मोर्चा बनाने का भी एलान कर दिया. हालांकि जब पत्रकारों ने तेज प्रताप यादव से पूछा कि क्या वे आरजेडी से अलग हो गए हैं तो उन्होंने कहा कि आरजेडी और लालू राबड़ी मोर्चा एक ही है और तेजस्वी उनके अर्जुन हैं. तेज प्रताप और तेजस्वी की उम्र में महज एक साल का अंतर है. तेज प्रताप 30 साल के हैं और तेजस्वी 29 साल के.
मीडिया से बातचीत के दौरान तेज प्रताप यादव ने राजद के कई नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी में निष्ठावान नौजवान कार्यकर्ताओं की कोई पूछ नहीं है. जिन युवाओं व महिलाओं ने अपना पूरा जीवन पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए दिया, आज उनकी पार्टी में कोई पूछ नहीं हो रही है और वैसे लोगों को टिकट थमा दिया गया जिन्होंने पार्टी को आगे बढ़ाने में कोई योगदान नहीं दिया है.
तेज प्रताप ने सारण से लेकर शिवहर सीट पर दावा ठोंकते और कहा कि सारण सीट हमारी पुश्तैनी सीट है और ये सीट किसी और को नहीं दी जानी चाहिए थी. ऐसे में मेरे पास अलग मोर्चा बनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था. उन्होंने कहा कि उनका मोर्चा नौजवानों को सक्रिय राजनीति में बढ़ाने के लिए मंच बनेगा.
जहानाबाद से उतारा है अपना प्रत्याशी
हालांकि तेज प्रताप ने शिवहर और जहानाबाद से दो प्रत्याशियों को उतारा है. शिवहर से आरजेडी ने अभी तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. दोनों भाइयों में मतभेद और विवादों पर तेजस्वी बोलने से बचते हैं. पिछले हफ़्ते शुक्रवार को पत्रकारों ने दोनों भाइयों में कलह पर सवाल पूछा तो तेजस्वी का जवाब था, ”आपको जो कहना है कहिए. इससे मेरे ऊपर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. आप अपनी टीआरपी के लिए ये सब कर रहे हैं.”
चंद्रिका राय का कहना है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा. वो कहते हैं, ”जहानाबाद और शिवहर की सीटों को लेकर भी कोई विवाद नहीं है. सारी चीज़ें कुछ दिनों में ठीक हो जाएंगी. परिवार में विवाद का असर राजनीति पर नहीं पड़ेगा. हम मिलकर काम कर रहे हैं और आगे भी ऐसा ही होगा.”