Sidhu is not fighting against corruption-आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी पंजाब में 20 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता में आती है तो राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों में बीआर आंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें लगाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि इन कार्यालयों में किसी भी राजनेता की कोई तस्वीर नहीं होगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पंजाब कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू (Punjab Congress chief Navjot Singh Sidhu) और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर बयानबाजी में लिप्त रहने और अमृतसर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में लोगों को परेशान करने वाले मुद्दों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सिद्धू भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि उनकी लड़ाई सिर्फ राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनने की है।
सरकारी कार्यालयों में लगाई जाएंगी शहीद-ए-आजम भगत सिंह की तस्वीरें
केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने कुछ दिन पहले घोषणा की थी कि दिल्ली सरकार के हर कार्यालय में आंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें होंगी। उन्होंने कहा, ‘आज हम घोषणा करते हैं कि पंजाब में (आप) सरकार बनने के बाद किसी भी सरकारी कार्यालय में मुख्यमंत्री या किसी अन्य राजनीतिक नेता की कोई तस्वीर नहीं होगी। केवल बाबासाहेब आंबेडकर और शहीद-ए-आजम भगत सिंह की तस्वीरें सभी सरकारी कार्यालयों में लगाई जाएंगी, ताकि इन तस्वीरों को देखकर हम और आने वाली पीढ़ी इनसे प्रेरणा ले सकें।’
जबरन धर्मांतरण रोकने के लिए कानूनों में पर्याप्त प्रावधान

आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि प्रलोभन या धमकी देकर किया गया धर्म-परिवर्तन गलत है और देश में मौजूदा कानून के तहत इस तरह की प्रथाओं को रोकने के लिए पर्याप्त प्रावधान हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी का धर्म चुनना निजी मामला है और किसी भी सरकार को इसमें दखल देने का अधिकार नहीं है। दिल्ली के मुख्यमंत्री पंजाब में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने ईसाई मिशनरी पर सीमावर्ती गांवों में सिख परिवारों के जबरन धर्मांतरण के लिए कार्यक्रम चलाने का आरोप लगाया था।
Sidhu is not fighting against corruption-शिअद पर ‘ओछी राजनीति’ का आरोप लगाया
हालांकि, अमृतसर डॉयसीज के बिशप ने आरोपों से इनकार किया है। केजरीवाल ने कहा, ‘मेरा मानना है कि यह व्यक्तिगत पसंद का मामला है कि कोई किस धर्म का पालन करना चाहता है…और यह पूरी तरह से व्यक्तिगत मामला है जिसमें किसी को भी हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है…किसी भी सरकार को इसमें हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है और यह किसी का संवैधानिक अधिकार है।’ धर्मांतरण विरोधी कानून लाने पर अपनी पार्टी के रुख के बारे में पूछे जाने पर आप प्रमुख ने संवाददाताओं से कहा, ‘अगर किसी का धर्म-परिवर्तन प्रलोभन या धमकी से किया गया है, तो यह गलत है।’ वर्ष 1993 के दिल्ली बम विस्फोट के गुनहगार देविंदर पाल सिंह भुल्लर से संबंधित एक सवाल पर केजरीवाल ने शिरोमणि अकाली दल (शिअद) पर इस मुद्दे को लेकर ‘ओछी राजनीति’ करने का आरोप लगाया। शिरोमणि अकाली दल ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार पर भुल्लर की रिहाई में बाधा डालने का आरोप लगाया है।