Schools with zero admission-हिमाचल में 292 स्कूलों पर ताला- 65 से कम छात्र संख्या वाले 18 कॉलेज भी बंद

Schools with zero admission
Schools with zero admission

Schools with zero admission-हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने राज्य के 292 स्कूलों पर ताला जड़ दिया है। वास्तव में इन स्कूलों में इस बार एक भी विद्यार्थी ने प्रवेश नहीं लिया है। ऐसे में सरकार के पास इन स्कूलों को बंद करने का ये सबसे अच्छा मौका है। इनमें बड़ी संख्या में वे स्कूल भी शामिल हैं जो पूर्व जयराम ठाकुर सरकार ने पिछले साल ही चुनावी वर्ष में विधानसभा चुनाव से तबिक पहले खोले थे।

455 माध्यमिक स्कूल चल रहे बिना स्टाफ के

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज शिमला में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि सरकार ने शून्य पंजीकरण के चलते इन स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 455 माध्यमिक स्कूलों में स्टाफ नहीं है। इन स्कूलों में स्टाफ डेप्यूटेशन पर है। बंद किए जा रहे माध्यमिक स्कूलों के स्टाफ को इन स्कूलों में तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने राज्य में आवश्यकता के मुताबिक स्कूल खोलने का फैसला लिया है।

Schools with zero admission-यह है प्रस्ताव

शिक्षा मंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों की कम संख्या वाले स्कूलों को चलाने की जगह साथ लगते स्कूलों को मजबूत करना सरकार की प्राथमिकता है। शिक्षा विभाग की ओर से तैयार प्रस्ताव में 10 से कम विद्यार्थियों की संख्या वाले प्राथमिक, 15 से कम संख्या वाले माध्यमिक, 20 से कम संख्या वाले उच्च और 25 से कम संख्या वाले वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों को साथ लगते स्कूलों में समायोजित करने की सिफारिश की गई है। 65 तक की छात्र संख्या वाले कालेजों को भी बंद नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार के वक्त खोले गए 24कालेजों में से छह को सरकार चलाएगी जबकि 18 कालेजों को बंद किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इन कॉलेजों में विद्यार्थियों की संख्या शून्य से 35 के बीच ही रही। सरकार ने बनीखेत, रिडक़मार, छत्तरी, कुपवी, नौहराधार और सुबाथू कॉलेजों को जारी रखने का फैसला लिया है।

Schools with zero admission-3154 स्कूल महज एक शिक्षक के सहारे

रोहित ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में 3154 स्कूल एक शिक्षक के सहारे चल रहे हैं। मगर कई शिक्षण संस्थान ऐसे हैं जिनमें दो-दो छात्रों के लिए 5-5 शिक्षक तैनात हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में 12 हजार शिक्षकों के पद खाली हैं। इन पदों को भरने की प्रकिया जल्द प्रारंभ की जाएगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि भाजपा शासन में बीते साल एक अप्रैल के बाद 308 स्कूल व कालेज खुले हैं। इनमें से कुछेक को स्तरोन्नत किया गया है।