पद्मश्री मिल्खा सिंह (Padmashree Milkha Singh) को श्रद्धांजलि देने के लिए पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल भी उनके घर पहुंचे । मनप्रीत बादल ने कहा की मिल्खा सिंह का जाना देश के लिए बड़ी क्षति है उन जैसे व्यक्तित्व बहुत कम ही देखने को मिलते हैं उन्होंने कहा कि वैसे तो हर रोज लाखों लोग दुनिया को छोड़ कर चले जाते हैं लेकिन मिल्खा सिंह जैसे लोग अपने व्यक्तित्व की बदौलत हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं ऐसे लोगों को दुनिया कभी भूल नहीं पाती। उन्होंने मिल्खा सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
रिजीजू बोले- युवाओं के लिये प्रेरणा थे
इससे पहले पूर्व पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि भारतीय धावक मिल्खा सिंह का पंजाब सरकार राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करेगी। साथ ही पंजाब में सम्मान के तौर पर एक दिन का राजकीय शोक मनाया जाएगा। वहीं केन्द्रीय खेल मंत्री किरण रिजीजू ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और कहा कि देश के मिल्खा सिंह हर युवा के लिए मिसाल थे।
मिल्खा सिंह के दोस्त प्रो. केदारनाथ शर्मा उनके अंतिम दर्शनों के लिए उनके घर पहुंचे। केदारनाथ शर्मा ने कहा कि वह मिल्खा सिंह को साल 1948 से जानते थे बंटवारे के बाद जब उनका परिवार भारत आया था तो मिल्खा सिंह उन्हें एक बार सोलन में मिले थे। उस वक्त नौजवान थे पतले से और लंबे से थे मैं मिल्खा सिंह को देख रहा था कि है लंबा सा लड़का किसे ढूंढ रहा है बाद में मैंने मिल्खा सिंह से बात की और तब से हमारी दोस्ती शुरू हो गई।
बंटबारे का दंश झेल चुके थे Padmashree Milkha Singh
1947 में बंटवारे के वक्त मिल्खा सिंह के परिवार के कई सदस्य मारे गए थे जिसमें उनके माता-पिता भी शामिल थे मिल्खा सिंह ने कहा था कि जब वह दौड़ते हैं तो उन्हें कुछ भी नहीं दिखता उन्हें ऐसी आवाजें आती हैं जैसे उनकी मां बंटवारे के वक्त चिल्ला रही थी कि भाग मिल्खा भाग मुझे दौड़ते वक्त आज भी वही आवाजें सुनाई देती हैं और मैं दौड़ने में पूरी जान लगा देता हूं।
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हरियाणा के सीएम और खेलमंत्री ने शोक व्यक्त किया
फ्लाइंग सिख के निधन पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि इसे हम खेल जगत की खासी हानि मानते हैं।
Padmashree Milkha Singh
बबीता फौगाट ने दी श्रद्दांजलि
Padmashree Milkha Singh के प्रशंसक भी पहुंचे अंतिम विदाई देने

मिल्खा सिंह के प्रशसंक ऑटो ड्राइवर अनिल कुमार बोले मेरे लिए और मेरे देश लिए के लिए सौभाग्य की बात है कि ऐसे सपूत ने जहाँ जन्म लिया।
अनिल मिल्खा सिंह को खास तौर पर धन्यवाद करने के लिए आए हैं। अनिल ने बताया कि वह अक्सर उनके घर पर काम करने के लिए मौलीजागरां से लेबर लेकर आते थे।
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खेल के लिये समर्पित किया जीवन
बता दें कि मिल्खा सिंह का पूरा परिवार खेल के लिये जाना जाता है। मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर पूर्व भारतीय महिला वॉलीबॉल कप्तान रह चुकी है। उनकी तीन बेटियां और एक बेटा है। जीव मिल्खा सिंह इंटरनेशनल स्तर के गोल्फर हैं। मिल्खा सिंह की बेटी सोनिया ने लिखी उनकी आत्मकथा द रेस ऑफ माई लाइफ लिखी है।
BY-Niroshaa Singh