Parwanoo Timber Trail Accident-हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के परवाणू टिम्बर ट्रेल में केबल कार में फंसे दिल्ली के 11 टूरिस्टों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। परवाणू के पुलिस उपाधीक्षक प्रणव चौहान ने बताया कि सभी को बचा लिया गया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौके पर पहुंच गये थे। 5 घंटे रेस्क्यू आपरेशन चलाया गया। एनडीआरएफ ने पुलिस और स्थानीय प्रशासन की मदद से आपरेशन को सफलता पूर्वक अंजाम दिया।
परवाणू के मशहूर टिम्बर ट्रेल में आज सुबह तकनीकी खराबी आ जाने और इसके जाम हो जाने के कारण 11 लोग बीच में ही ट्राली में फंस गए थे। ये सभी टूरिस्ट दिल्ली के रहने वाले हैं। ट्रॉली करीब 200 मीटर जाकर बीच हवा में जाम हो गई। ट्रॉली में फंसे पर्यटकों में 4 महिलाएं भी शामिल थी। इन लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू टीम एक छोटी ट्राली के साथ फंसी हुई ट्रॉली तक पहुंची और एक पर्यटक को पहले सुरक्षित निकाला। इस बीच मौसम खराब हो जाने के चलते रेस्क्यू आप्रेशन में काफी दिक्कतें आई। बाद में एनडीआरएफ और टिंबर ट्रेल के तकनीकी स्टाफ के संयुक्त आप्रेशन में इन सभी फंसे पर्यटकों को ट्रॉली से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इस दौरान पुलिस, अग्निशमन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी मौके पर मौजूद रही। सोलन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक वर्मा ने बताया कि ऑप्रेशन सफलतापूर्वक खत्म हो गया है। इस सारी घटना को लेकर पुलिस ने मामला दर्ज किया है और आगामी जांच जारी है।
Parwanoo Timber Trail Accident-सीएम ने दिये जांच के आदेश

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। मुख्यमंत्री आज टिंबर ट्रेल में केबल कार में फंसे सभी 11 यात्रियों को सुरक्षित बचाए जाने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
30 साल पहले भी हुआ था हादसा
गौरतलब है कि 11 अक्तूबर, 1992 को इससे पहले टिम्बर ट्रेल में हादसा हुआ था। इस हादसे में टिम्बर ट्रेल का लोहे का एक रस्सा टूट गया था और दोनों ट्रॉलियां बीच हवा में लटक गई थी। इस दौरान एक पर्यटक ने घबराकर ट्रॉली से नीचे छलांग लगा दी थी जिससे उसकी मौत हो गई थी जबकि शेष 9 लोगों को तीन दिन तक चले ऑप्रेशन के बाद सुरक्षित बचा लिया गया था।