देश में कोविड का इलाज करा रहे मरीज़ों की संख्या 8 लाख से कम हुई है। शुक्रवार को एक दिन में कोरोना के 62480 नये मामले आए। इसके साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 29762793 हो गई है। 1587 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 3,83,490 हो गई है। पिछले 61 दिन में संक्रमण से मौत के ये सबसे कम मामले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में 73 दिन बाद कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 8 लाख से कम हुई है और मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 96 प्रतिशत के पार पहुंच गई है। अभी 798656 लोगों का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 2.68 प्रतिशत है। अब तक कुल 28580647 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। मत्यु दर 1.29 प्रतिशत है। देश में 268960399 लोगों को वैक्सीन लग चुकी है।
क्रैश कोर्स से एक लाख कोरोना योद्धा होंगे तैयार

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना आज भी देश में मौजूद है और इसके स्वरूप बदलने की संभावना बनी हुई है, इसलिए सभी सावधानियां बरतने के साथ ही भावी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयारियों को ज्यादा मजबूत करना होगा। उन्होंने हर देशवासी को मुफ्त टीका लगाने की केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता जाहिर की। उन्होंने लोगों से मास्क पहनने और उचित दूरी का पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से कोरोना के खिलाफ अग्रिम मोर्चे के योद्धाओं के लिए विशेष रूप से तैयार एक क्रैश कोर्स की शुरुआत करने के बाद अपने संबोधन में यह बातें कहीं। क्रैश कोर्स कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स (crash course corona frontline workers) के लिए शुरू किया जाएगा। इससे एक लाख कोरोना योद्धा तैयार होंगे।
कोविड मरीज़ अब 8 लाख से कम, दिल्ली हाईकोर्ट ने भीड़ पर लिया संज्ञान
दिल्ली हाईकोर्ट ने शहर के बाजारों में कोरोना के दिशा-निर्देशों के उल्लंघन का संज्ञान लिया और चिंता जताई। कोर्ट ने कहा कि दिशा-निर्देशों का उल्लंघन इसी तरह जारी रहा तो हम बड़ी मुश्किल में आ जाएंगे। ऐसा हुआ तो भगवान ही हमें बचा पाएगा। अदालत ने केंद्र और दिल्ली सरकार को सख्त कदम उठाने, दुकानदारों को जागरूक करने और बाजार एवं विक्रेता संघ के साथ बैठकें करने को कहा। अदालत ने एम्स के एक डॉक्टर द्वारा व्हाट्सएप पर भेजी बाजारों में भीड़ की तस्वीरों का संज्ञान लिया।
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टीके के बाद अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम 75-80% कम
सरकार ने कहा है कि अध्ययनों से पता चला है कि कोरोना रोधी वैक्सीन के बाद संक्रमित का अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम 75-80 फीसदी कम हो जाता है। यह अध्ययन स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के बीच पर किया गया। इसमें सामने आया कि टीका लगे व्यक्ति पर ऑक्सीजन की आवश्यकता घटकर 8 प्रतिशत रह जाती है।