अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तान ने फिजकली नहीं बल्कि उन्हें मानसिक प्रताड़ना दी थी। वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने कल रात वतन वापसी के बाद आज रक्षा मंत्री से मुलाकात की। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ शनिवार को विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान से मिले। रक्षा मंत्री ने उनसे कहा कि समूचे राष्ट्र को उनके साहस एवं दृढ़ता पर गर्व है। इधर सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि पाकिस्तान से लौटे विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने बताया कि पाकिस्तान में उन्हें किसी भी तरह के शारीरिक प्रताड़ना नहीं दी गई, लेकिन उन्हें मानसिक रूप से काफी प्रताड़ित किया गया।
Sources: After returning from Pakistan, Wing Commander Abhinandan Varthaman has informed that though he was not physically tortured by the Pakistanis; he went through a lot of mental harassment. pic.twitter.com/x7C3lFsrSR
— ANI (@ANI) March 2, 2019
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विंग कमांडर का भारतीय वायुसेना के एक मेडिकल संस्थान में चेकअप किया गया। इसी दौरान रक्षा मंत्री और एयरचीफ मार्शल के साथ हुई मुलाकात के दौरान अभिनंदन वर्धमान ने उनसे काफी देर तक चर्चा की। समझा जाता है कि अभिनंदन ने पाकिस्तान की गिरफ्त में करीब 60 घंटे रहने के बारे में रक्षा मंत्री को विस्तार से बताया। एयर फोर्स सेंट्रल मेडिकल एस्टैबलिशमेंट (एएफसीएमई) में उनकी मेडिकल जांच की गई। बता दें कि पैराशूट से कूदने के दौरान विंग कमांडर के शरीर पर कुछ चोट के निशान भी नज़र आए थे। मेडिकल चैकअप में उनकी हेल्थ की पूरी तरह समीक्षा की गई।
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अभिनंदन वर्धमान ने पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों के साथ हुई एक झड़प के दौरान उनका एफ – 16 को मार गिराया था। खुद पायलट मिग 21 में थे। उन्होंने अपना विमान के गिरने से पहले एफ – 16 को तो मार गिराया ही साथ ही खुद भी पैराशूट से सुरक्षित कूद गए। लेकिन इस दौरान वे पीओके में स्थानीय लोगों और पाकिस्तानी आर्मी की पकड़ में आ गये थे। वे करीब 60 घंटे पाकिस्तानी आर्मी के कब्ज़े में रहे और इस दौरान उन्हें मानसिक तौर पर खूब प्रताड़ित किया गया। शुक्रवार रात करीब 9.15 मिनट पर वाघा बॉर्डर के ज़रिये पाकिस्तान ने उन्हें रिहा किया।