न्यूजीलैंड में नमाज़ के वक्त फायरिंग हुई। क्राइस्टचर्च की मस्जिदों में शुक्रवार को एक बंदूकधारी के हमले में 40 लोगों की जान चली गयी. न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने इस गोलीबारी को ‘‘न्यूजीलैंड के सबसे काले दिनों में से एक’ बताया. ऑर्डर्न ने इस हमले को देश का सबसे काला दिन करार देते हुए कहा है कि मस्जिद में कई जगहों से फायरिंग हो रही है. उन्होंने लोगों को सुरक्षित जगह रहने का आग्रह करते हुए कहा कि हमलावर अभी भी सक्रिय है वह और लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है. उन्होंने कहा, ‘न्यू जीलैंड में हिंसा की कोई जगह नहीं है.’
न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री ने कहा कि मस्जिद हमले में 40 लोगों की मौत हुई है.
शुक्रवार सुबह हुआ हमला
मस्जिदों में दोपहर को जब हमला हुआ, उस समय लोगों की भीड़ वहां जुम्मे की नमाज के लिए एकत्र थी और बांग्लादेश क्रिकेट टीम के सदस्य वहां पहुंच रहे थे. स्थानीय मीडिया ने बताया कि पुलिस हमलावर को पकड़ने की कोशिश कर रही है जो अब भी ‘‘सक्रिय’ है. शहर की घेरेबंदी कर दी गयी है जिसके चलते कोई भी व्यक्ति शहर के अंदर या शहर से बाहर नहीं जा सकता. पुलिस आयुक्त माइक बुश ने कहा है कि स्थिति लगातार बदल रही है और हम तथ्यों की पुष्टि के लिए काम कर रहे हैं.
एक संदिग्ध हिरासत में
उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति हिरासत में है लेकिन अन्य हमलावरों के गोलीबारी में शामिल होने की आशंका है. बुश ने कहा कि पुलिस हालात को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश कर रही है लेकिन जोखिम अधिक है. मध्य क्राइस्टचर्च स्थित मस्जिद अल नूर में जब हमला हुआ, तब नमाज पढ़ने के लिए बड़ी संख्या में लोग वहां मौजूद थे. उपनगर लिनवुड स्थित एक अन्य मस्जिद में हमला हुआ.
बच्चों को भी नहीं बक्शा

मस्जिद में मौजूद एक फलस्तीनी व्यक्ति ने बताया कि उसने एक व्यक्ति के सिर में गोली लगती देखी. उसने कहा कि मुझे लगातार तीन गोलियों की आवाज सुनाई दी और मुश्किल से 10 सेकेंड बाद ही फिर से ऐसा हुआ. हमलावर के पास संभवत: स्वचालित हथियार होगा क्योंकि कोई इतनी जल्दी ट्रिगर नहीं दबा सकता. हमले के समय डीन अवे मजिस्द में नमाज पढ़ रहे एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि उसने बाहर अपनी पत्नी का शव फुटपाथ पर पड़ा देखा. लोग भाग रहे थे. कुछ लोग खून से सने थे. एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि उसने बच्चों पर गोलियां चलती देखीं. ‘‘मेरे चारों ओर शव थे.’
प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक
एक प्रत्यक्षदर्शी ने ‘रेडियो न्यूजीलैंड’ को बताया कि उसने गोलीबारी सुनी और चार लोग जमीन पर पड़े थे और ‘‘हर तरफ खून’ था. अपुष्ट खबरों के अनुसार, हमलावर ने सेना की वर्दी जैसे कपड़े पहने हुए थे. पुलिस आयुक्त बुश ने बताया कि गोलीबारी के कारण शहर के सभी स्कूलों को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है.
रैली में शामिल होने आये थे बच्चे
उन्होंने कहा कि पुलिस मध्य क्राइस्टचर्च में मौजूद लोगों से सड़कों से दूर रहने की अपील करती है. स्थानीय कार्यालयों और केंद्रीय पुस्तकालय समेत शहर की इमारतों में भी किसी के अंदर जाने या वहां से बाहर आने पर रोक लगा दी गयी है. नगर परिषद ने पास में आयोजित जलवायु परिवर्तन रैली में शामिल होने आए अपने बच्चों की तलाश कर रहे अभिभावकों के लिए हेल्पलाइन नंबर चालू किया है.
गाड़ियों में मिली IED
उन्होंने एएफपी से कहा कि वे सुरक्षित हैं, लेकिन वे सदमे में हैं. हमने टीम से होटल में रहने को कहा है. उन्होंने बताया कि पूरी टीम को बस में बिठाकर मस्जिद लाया गया था और जब गोलीबारी हुई, तब टीम मस्जिद में प्रवेश करने ही वाली थी. प्रवक्ता ने बताया कि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड न्यूजीलैंड क्रिकेट प्राधिकारियों के संपर्क में है और विचार विमर्श के बाद आगे फैसला किया जाएगा.
इधर, समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस की खबर के अनुसार न्यूज़ीलैंड पुलिस का कहना है कि उन्होंने मस्जिद में गोलीबारी की वारदात के बाद कुछ गाड़ियों में मिली IED को नष्ट किया है.