Narda Scam में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए गए तृणमूल कांग्रेस के 2 मंत्रियों, एक विधायक तथा एक पूर्व नेता को कल देर रात कोलकाता में प्रेसीडेंसी करेक्शनल होम ले जाया गया। प्रदेश सरकार में मंत्री सुब्रत मुखर्जी और फरहाद हकीम, तृणमूल विधायक मदन मित्रा और पूर्व नेता शोभन चटर्जी को चिकित्सकीय जांच के बाद निजाम पैलेस स्थित सीबीआई के दफ्तर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जेल ले जाया गया। जेल ले जाते समय इन चारों नेताओं के परिजन जेल के बाहर मौजूद थे।
मैं कोई डकैत नहीं हूं-हकीम
हकीम ने निजाम पैलेस के बाहर कहा, ‘मुझे न्यायपालिका में पूरा भरोसा है। भाजपा मेरे उत्पीड़न के लिए किसी का भी इस्तेमाल कर सकती है।’ इस अवसर पर मित्रा ने कहा, ‘मुकुल (रॉय) और शुभेंदु (अधिकारी) को छोड़कर हम सभी बुरे हैं।’ मामले में रॉय और अधिकारी भी आरोपी हैं। चटर्जी ने कहा, ‘मैं कोई डकैत नहीं हूं। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है जो सीबीआई मुझे गिरफ्तार करने मेरे बेडरूम में घुस आयी।’
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Narda Scam -कल सीबीआई कोर्ट ने दी थी ज़मानत
उल्लेखनीय है कि इन चारों को गिरफ्तारी के बाद कल सीबीआई की विशेष अदालत ने जमानत दे दी थी, लेकिन बाद में कल ही कलकत्ता हाईकोर्ट ने विशेष अदालत के इस आदेश के अमल पर रोक लगा दी।
शुभेंदु अधिकारी समेत चार नेताओं पर मुकदमे के लिये मंजूरी ज़रूरी

नारदा स्टिंग मामले में सीबीआई को भाजपा नेता तथा पूर्व तृणमूल कांग्रेस सांसद शुभेंदु अधिकारी समेत चार नेताओं पर मुकदमा चलाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष की मंजूरी का इंतजार है। सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कुछ लोगों द्वारा लगाये गये पक्षपात के आरोपों को खारिज करते हुए बताया कि सीबीआई ने शुभेंदु अधिकारी, सौगत रॉय, प्रसून बनर्जी और काकोली घोष दस्तीदार पर अभियोजन के लिए लोकसभा अध्यक्ष से मंजूरी मांगी थी।
Narda Scam- स्टिंग के वक्त टीएमसी के सांसद थे ये नेता
जिस समय यह स्टिंग ऑपरेशन किया गया था, उस समय चारों तृणमूल कांग्रेस के सांसद थे। ‘हमें मामले में मंजूरी का इंतजार है।’ अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि 2017 में तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके मुकुल रॉय का नाम इस सूची में नहीं है।