Naftali Bennett Israel के नये पीएम बने, Netanyahu ने कुर्सी गवांई

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इजरायल (Israel) में बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) युग का अंत हो गया है. नफ्ताली बेनेट (Naftali Bennett) को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है. बेनेट ने रविवार को PM पद की शपथ ली.49 साल के नेफ़्टाली को एक समय तक नेतन्याहू का वफ़ादार माना जाता था. नेतन्याहू से अलग होने से पहले तक नेफ़्टाली 2006 से 2008 तक इसराइल के चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ रहे थे. बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी कुर्सी बचाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके.

8 दलों की नई Government

रविवार देर रात नई सरकार के पक्ष में 60, जबकि विरोध में 59 सांसदों ने वोट किया. इसके साथ ही 12 साल से प्रधानमंत्री पद पर काबिज बेंजामिन नेतन्याहू का कार्यकाल खत्म हो गया. बीबीसी के मुताबिक इजरायल में 8 दलों की इस सरकार को मामूली बहुमत प्राप्त है. इस गठबंधन की कमान दक्षिणपंथी यामिना पार्टी के 49 वर्षीय नेता नफ्ताली बेनेट के हाथों में है.

नई सरकार में 27 मंत्री हैं, जिनमें से सात महिलाएं हैं. नई सरकार के लिए अलग-अलग विचारधारा के दलों ने गठबंधन किया है. इनमें दक्षिणपंथी, वाम, मध्यमार्गी के साथ अरब समुदाय की एक पार्टी भी है.

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Naftali Bennett Israel के नये पीएम, Netanyahu समर्थकों ने किया हंगामा

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इससे पहले, बेनेट के संसद में संबोधन के दौरान 71 वर्षीय नेतन्याहू के समर्थकों ने बाधा डालने का प्रयास किया. प्रतिद्वंद्वी पार्टी के सांसदों के शोर-शराबे के बीच बेनेट ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह अलग-अलग विचार वाले लोगों के साथ काम करेंगे. बेनेट ने कहा कि इस निर्णायक समय हम यह जिम्मेदारी उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश में जो माहौल था, उससे बाहर निकलने के लिए चुनाव बेहद जरूरी थे.

गिर रहा था लोकप्रियता का ग्राफ

बेंजामिन नेतन्याहू 2009 से इजरायल के प्रधानमंत्री थे. उनके नाम सबसे लंबे समय तक देश की कमान संभालने का रिकॉर्ड है. 2019 के बाद से उनकी लोकप्रियता के ग्राफ लगातार गिरता जा रहा था. इसकी वजह से उनके खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोप. इन्हीं आरोपों के चलते 23 मई को हुए चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसराइली संसद नेफ़्टाली बेनेट की पार्टी सात सांसदों के साथ पाँचवें नंबर पर है, लेकिन वर्तमान राजनीतिक स्थिति में वह किंगमेकर की भूमिका में थे और इसी वजह से वे अब उन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली है. यामिना पार्टी के साथ ही तीन और पार्टियाँ हैं, जिनके सात-सात सांसद हैं.

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Naftali Bennett Israel

नेफ़्टाली का समर्थन इसराइल में सरकार बनाने के लिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि किसी भी खेमे के पास बहुमत नहीं है. ये पहले ही साफ़ हो गया था कि अगर कोई गठबंधन सरकार बनती है तो नेफ़्टाली के बिना नहीं बनेगी.नेफ़्टाली को बिन्यामिन नेतन्याहू और विपक्षी नेता येर लेपिड के साथ प्रधानमंत्री का पद साझा करने का प्रस्ताव दिया गया था. आख़िरकार दक्षिणपंथी नेफ़्टाली ने मध्यमार्गी येर लेपिड के साथ जाने का फ़ैसला किया जबकि दोनों में विचारधारा के स्तर पर काफ़ी दूरियाँ हैं.

लिकुड पार्टी छोड़ दक्षिणपंथी यहूदी होम पार्टी में गये नफ्ताली

नेतन्याहू की लिकुड पार्टी छोड़ने के बाद नेफ़्टाली दक्षिणपंथी धार्मिक यहूदी होम पार्टी में चले गए थे. 2013 के आम चुनाव में नेफ़्टाली इसराइली संसद में चुनकर पहुँचे.
साल 2019 तक हर गठबंधन सरकार में नेफ़्टाली मंत्री बने. साल 2019 में नेफ़्टाली के नए दक्षिणपंथी गठबंधन को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली. 11 महीने बाद फिर चुनाव हुए और नेफ़्टाली यामिना पार्टी के प्रमुख के तौर पर संसद में चुनकर पहुँचे.

Naftali Bennett Israel की कमान संभालेंगे

नेफ़्टाली को नेतन्याहू से भी ज़्यादा अति-राष्ट्रवादी और दक्षिणपंथी माना जाता है. नेफ़्टाली इसराइल की यहूदी राष्ट्र के तौर पर वकालत करते हैं. इसके साथ ही वे वेस्ट बैंक, पूर्वी यरुशलम और सीरियाई गोलान हाइट्स को भी यहूदी इतिहास का हिस्सा बताते हैं.

नेफ़्टाली वेस्ट बैंक में यहूदियों को बसाने का समर्थन करते हैं

इन इलाक़ों पर 1967 के मध्य-पूर्व युद्ध के बाद से इसराइल का नियंत्रण है. नेफ़्टाली वेस्ट बैंक में यहूदियों को बसाने का समर्थन करते हैं और इसे लेकर वो काफ़ी आक्रामक रहे हैं.हालाँकि वे ग़ज़ा पर कोई दावा नहीं करते हैं. 2005 में इसराइल ने यहाँ से सैनिकों को हटा लिया था. वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम की 140 बस्तियों में 6 लाख से ज़्यादा यहूदी रहते हैं. इन बस्तियों को क़रीब-क़रीब पूरा अंतरराष्ट्रीय समुदाय अवैध मानता है, जबकि इसराइल इसे नकारता है.