Look for new jobs-विकास के साथ रोजगार के नये-नये क्षेत्र उभर रहे हैं जिनमें काम करने के लिए विशेषज्ञ पेशेवरों की जरूरत है। चाहे पर्यावरण के फील्ड में कैरिअर बनाना हो या वित्तीय-बैंकिंग जैसे प्रोफेशन में जाना हो , या फिर डायटिशियन बन रोगियों के इलाज में भूमिका निभानी हो- इन सबके लिए बारहवीं के बाद विशेष डिग्री, कोर्स या डिप्लोमा उपलब्ध हैं।
कैरिअर की बात चलते ही अक्सर हमारे मन में कुछ गिने-चुने फील्ड्स के नाम ही आने लगते हैं लेकिन बहुत सारे सेक्टर ऐसे भी हैं जिनमें आने वाले समय में न केवल नौकरियों के अवसर बढ़ेंगे बल्कि नये जमाने के हिसाब से कदमताल करने का मौका भी मिलेगा। आइए जानते हैं कुछ और ऐसे ही फील्ड्स के बारे में।
Look for new jobs-environmental expert
इस फील्ड में कैरिअर बनाकर युवा, धरती को बचाने में सहभागी बन सकते हैं। अवसरों की बात की जाए तो पर्यावरण प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए चाहे इंडस्ट्री स्तर पर एनवायरमेंटल क्लीयरेंस का मामला हो या कंस्ट्रक्शन साइट्स और हाउसिंग सोसाइटी आदि के लिए क्लीयरेंस की बात हो, आगे चलकर स्थानीय लेवल पर ऐसे एनवायरमेंट प्रोफेशनल्स की काफी जरूरत पड़ने वाली है। वॉटर ट्रीटमेंट, सीवेज ट्रीटमेंट, इंडस्ट्रियल एफ्ल्युएंट ट्रीटमेंट, वेस्ट मैनेजमेंट, बायो डाइवर्सिटी, डी-फॉरेस्टेशन और रिन्यूएबल एनर्जी जैसे एरिया में काम करने के लिए ऐसे प्रोफेशनल्स की काफी मांग होगी। एनवायरमेंटल साइंस एवं मैनेजमेंट जैसे कोर्स करने के बाद युवाओं के लिए इस फील्ड में अनेक मौके हैं। विशेषज्ञता प्राप्त कर लेने के बाद एनवायरमेंटल इंजीनियर (जूनियर इंजीनियर/सीनियर इंजीनियर), एनवायरमेंटल मैनेजर, एनवायरमेंटल एक्सपर्ट या एनवायरमेंटल टाउन प्लानर के रूप में इस फील्ड में अपना कैरिअर शुरू किया जा सकता है।
financial planner
आज का समय ऐसा हो चुका है कि सैलरी से बचत कर पाना आसान नहीं रहा इसलिए पैसे का निवेश करते रहना जरूरी है। मगर निवेश की सही सलाह देने वाला भी तो होना चाहिए! यही सलाह देता है फाइनेंशियल प्लानर। इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए चाहें तो एमबीए इन फाइनेंस, एमएस इन फाइनेंस, मास्टर डिग्री इन फाइनेंशियल इंजीनियरिंग, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस, एडवांस डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस, मास्टर्स इन कमोडिटी एक्सचेंज आदि जैसे कोर्स कर सकते हैं। इसके अलावा, फाइनेंस के क्षेत्र में नए कोर्सेज, जैसे कि बिहेवियरल फाइनेंस, फाइनेंशियल इंजीनियरिंग, फाइनेंशियल प्लानर, फाइनेंशियल रिस्क मैनेजमेंट, प्राइवेट इक्विटी, अप्लाइड फाइनेंस आदि जैसे कोर्स भी उपलब्ध हैं। इसके बाद फाइनेंशियल एडवाइजर, फाइनेंशियल एनालिस्ट, फाइनेंशियल प्लानर, वेल्थ मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स आदि जैसे पेशेवरों की मांग सरकारी बैंक, प्राइवेट बैंक, विदेशी बैंक आदि में खूब होती है।
dietician
एक अनुभवी डायटिशियन बीमारी के इलाज और रोकथाम में बड़ी भूमिका निभाता है। चिकित्सा और पोषण संबंधी विज्ञान के क्षेत्र में विशेषज्ञों की आवश्यकता बढ़ी है। आहार विशेषज्ञ बनने के लिए किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण होना ज़रूरी है। 12वीं की परीक्षा में आपके पास रसायन, भौतिकी और जीवविज्ञान जैसे विषय होना अनिवार्य है। आपको 12वीं की परीक्षा में कम से कम 50% अंक लाने होते हैं। चूंकि डायटीशियन का कोर्स प्रोफेशनल होता है अतः इसके लिए सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा कोर्स और त्रिवर्षीय डिग्री कोर्स उपलब्ध हैं। इनमें से किसी एक कोर्स को करके डाइटिशियन बना जा सकता है। जैसे डिप्लोमा इन फूड साइंस एंड न्यूट्रिशन, बीएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स, डिप्लोमा इन डायटेटिक्स इत्यादि। किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद डायटीशियन कोर्स में दाखिला लेने के लिए प्रवेश परीक्षा देनी होती है।
Become a drone pilot
अपने देश में आगामी वर्षों में करीब एक लाख ड्रोन पायलटों की जरूरत पड़ने की उम्मीद जताई जा रही है। यहां ड्रोन पायलट बनने के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया बहुत सामान्य है जैसे कि, आपकी आयु कम से
कम 18 वर्ष हो और आपने अपनी दसवीं क्लास इंग्लिश विषय के साथ पास की हो। तब आप कोई भी ड्रोन ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट ज्वाइन कर सकते हैं। डीजीसीए द्वारा अप्रूव्ड टॉप ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स कई हैं जिनमें अल्केमिस्ट एविएशन प्राइवेट लिमिटेड, जमशेदपुर, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी, बॉम्बे फ्लाइंग क्लब, मुंबई, फ्लाईटेक एविएशन एकेडमी सिकंदराबाद ( Alchemist Aviation Private Limited, Jamshedpur, Indira Gandhi Rashtriya Uran Akademi, Bombay Flying Club, Mumbai, Flytech Aviation Academy Secunderabad) आदि शामिल हैं। कोर्स की बात करें तो बेसिक रेडियो टेलीफोनी, रेगुलेशन्स स्पेसिफिक टू दी एरिया ऑफ़ ऑपरेशन्स जैसे कई कोर्स इस फील्ड के लिए चल रहे हैं। हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से भी कहा गया था कि केंद्र सरकार के 12 मंत्रालय फिलहाल देश में ड्रोन सेवाओं की मांग बढ़ाने पर काम कर रहे हैं।