नयी दिल्ली। पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद कश्मीरी छात्रों को कथित तौर पर सताए जाने की खबरों के बाद यहां कई कश्मीरी छात्रों ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है। वहीं, पुलिस ने कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई और सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। मीडिया में आई खबरों के अनुसार जम्मू कश्मीर के बाहर रहने वाले कई कश्मीरियों ने पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद उन्हें प्रताड़ित किए जाने और उन पर हमले किए जाने का दावा किया है।
बद्दी पुलिस ने एक कश्मीरी छात्र ताशीन को किया गिरफ्तार#PulwamaTerroristAttack #KashmiriStudents pic.twitter.com/qHwlIzAAbQ
— Zee PHH (@ZeePunjab) February 17, 2019
कश्मीरी छात्रों में डर
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। ‘जामिया मिल्लिया इस्लामिया’ के एक कश्मीरी छात्र ने कहा, ‘ महज इसलिए कि कोई व्यक्ति कश्मीरी है, चाहे उसकी विचारधारा या झुकाव कुछ भी हो, उसके जीवन को जोखिम में डालने के लिए यह पर्याप्त है। यह पूरे देश में हो रहा है। देहरादून, अंबाला या बेंगलुरू, हर जगह कश्मीरी छात्रों को प्रताड़ित किया जा रहा है और उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।”
The #UttarakhandPolice on Sunday issued an alert urging citizens to not believe in "rumours" that 20 #KashmiriStudents in #Dehradun had locked themselves up in their hostel rooms because of a #mobattack. https://t.co/94dQcOQLfV
— Firstpost (@firstpost) February 17, 2019
जेएनयू के छात्रों की शिकायतें
कश्मीर निवासी जेएनयू कार्यकर्ता ने कहा, ‘‘ पूरे भारत में भीड़ कश्मीरी छात्रों को निशाना बना रही है, उन्हें गालियां दे रही हैं, उन्हें निष्कासित करने की मांग कर रही है और उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर रही है। हर मामले में कहा जा रहा है कि उन्होंने (कश्मीरी छात्रों ने) ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए और यहां तक की पुलिस भी उनके इन झूठे दावों पर विश्वास कर रही है।” अन्य राज्यों में जो कुछ हो रहा है, उसके दिल्ली में भी होने का भय प्रकट करते हुए शेहला ने कहा कि हमें भीड़ द्वारा छात्रों की पीट-पीटकर हत्या करने का अंदेशा है।
क्या कहते हैं डीयू के छात्र
दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्र अनीस अहमद ने कहा, ‘‘ हम सोशल मीडिया पर किए जाने वाले किसी भी दुर्व्यवहार पर प्रतिक्रिया नहीं दे रहें, यहां तक कि अगर हमें आतंकवादी भी कहा जा रहा तो भी नहीं। जो छात्र हॉस्टल के बजाय किराए के मकान में रह रहे हैं, वे अपनी सुरक्षा को लेकर अधिक डरे हैं।” पुलिस उपायुक्त मधुर वर्मा ने ट्वीट किया कि अल्पसंख्यक बहुल इलाकों सहित पूरी दिल्ली में सुरक्षा सख्त कर दी गई है। उन्होंने कहा, ‘‘ पुलिस कर्मियों की तैनाती बढ़ा दी गई है। हम कश्मीर निवासी और दिल्ली में रहने वाले छात्रों सहित सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।”
मदद के लिये बनाया सीआरपीएफ मददगार
In troubled times, it is imperative to stay united. Harassing, attacking or abusing #KashmiriStudents is not the solution for anything.
Students from #JammuAndKashmir, please reach out to @BlrCityPolice or @CPBlr if you're feeling unsafe and need help. We are one. https://t.co/CpDzcKDdvX
— Dr. G Parameshwara (@DrParameshwara) February 17, 2019
दिल्ली के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने भी कश्मीरियों पर किए जा रहे कथित हमलों की निंदा की है। गृह मंत्रालय ने भी शनिवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कश्मीरियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपायों के संबंध में एक परामर्श जारी किया था। वहीं केंद्रीय बल के हेल्पलाइन ‘सीआरपीएफ मददगार’ ने शनिवार रात ट्वीट किया, ‘‘ अभी कश्मीर से बाहर लोग कश्मीरी छात्र और आम जनता किसी भी परेशानी / उत्पीड़न का सामना करने पर शीघ्र सहायता के लिए ‘सीआरपीएफ मददगार’ को चौबीसों घंटे टोल फ्री नंबर 1441 पर फोन कर सकते हैं या हमें 7082814411 पर एसएमएस कर सकते हैं।”