Indians stuck in Ukraine-पंजाब के 500 युवक फंसे, कपूरथला के 25 युवा भी फंसे

Indians stuck in Ukraine
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Indians stuck in Ukraine-यूक्रेन पर रूस के हमले बाद कपूरथला जिले के 25 युवाओं समेत पंजाब के करीब 500 युवक खार्किव शहर के मैट्रो रेलवे स्टेशन पर जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं। कपूरथला के अर्फवाला मोहल्ला निवासी शिवांग शर्मा चार साल पहले मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गया था। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था, लेकिन रूस के आक्रमण के बाद बने युद्ध के हालातों के कारण पंजाबियों व देशवासियों के लिए हालात ठीक नहीं रहे हैं। रूस व यूक्रेन के बीच शुरू हुई जंग के कारण वहां फंसे कपूरथला के विद्यार्थियों के परिजन चिंतित हैं। वह अपने बच्चों के सुरक्षित वापस लौटने की अरदास कर रहे हैं। कपूरथला शहर के मोहल्ला अर्फवाला निवासी पुष्पिदर का बेटा शिवांग शर्मा भी यूक्रेन में फंसा हुआ है।

यूक्रेन में 20 हजार से ज्यादा भारतीय

शिवांग शर्मा की मां ज्योति शर्मा ने बताया कि बेटे ने वीडियो काल कर जानकारी दी है कि सभी फ्लाइट रद्द हो गई है, जिसके कारण कपूरथला, नाभा, पटियाला, संगरूर, मानसा और अन्य शहरों के पंजाबी युवक यूक्रेन के खार्किव बोट सेड मेट्रो स्टेशन पर फंसे हैं। यूक्रेन में लगभग 20 हजार से ज्यादा भारतीय विद्यार्थी (Bihar students stranded in Ukraine) पढ़ाई कर रहे हैं। उनके विश्वविद्यालय में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जयपुर और उत्तराखंड के लगभग दो हजार विद्यार्थी पढ़ते हैं।

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indian students in u
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यूक्रेन में फंसे 250 भारतीय नागरिकों को लेकर रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से दूसरी निकासी उड़ान रविवार तड़के दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरी. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने बुखारेस्ट (रोमानिया) के रास्ते यूक्रेन से सुरक्षित निकाले गए भारतीय नागरिकों का दिल्ली हवाईअड्डे पर स्वागत किया. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे भारतीय नागरिकों के साथ बातचीत भी . उन्होंने कहा, “पीएम मोदी यूक्रेन के राष्ट्रपति के संपर्क में हैं, यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास जारी हैं कि सभी को सुरक्षित घर लाया जाए.”

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वहीं, इस उड़ान में लौटे एक भारतीय छात्र ने कहा, “छात्र डरे हुए हैं लेकिन यूक्रेन के अन्य क्षेत्रों की तुलना में जिस शहर में हम रह रहे थे (रोमानिया सीमा के पास) वहां स्थिति काफी बेहतर है.” भारतीय छात्र आतिश नागर ने कहा, “10,000 से ज़्यादा भारतीय छात्र वहां फंसे हुए हैं, हम चाहते हैं कि उन्हें भी जल्द भारत लाया जाए। सरकार से हमें उम्मीद है कि वे जल्द उन्हें भी यहां ले आएंगे।”

यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस के छात्र

वहीं, इससे पहले एक अन्य निकासी उड़ान मुंबई में उतरी. इसमें यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस के एक छात्र ने कहा कि कुछ डर और घबराहट थी लेकिन वह भारत वापस आकर बहुत खुश हैं. एएनआई से बात करते हुए, उन्होंने कहा, “मुझे भारत सरकार पर भरोसा था कि वे हमें निश्चित रूप से हमारे देश में वापस लाएंगे. कुछ डर और घबराहट थी लेकिन हम भारत में वापस आकर बहुत खुश हैं.”

‘ सभी को सुरक्षित घर लाया जाए’

यूक्रेन से लौटी एक अन्य छात्रा आकांक्षा रावत ने कहा, “मैं वास्तव में डरी हुई थी लेकिन भारत सरकार का धन्यवाद, हम सुरक्षित पहुंच गए. हम सबसे पहले बचाए गए थे. सरकार ने कुछ दिनों के भीतर कार्रवाई की.”