Indian President Election- कैसा होता है चुनाव, जानिये 25 तारीख क्यों है खास

Indian President Election
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Indian President Election-देश में राष्ट्रपति का चुनाव 18 जुलाई को होगा और 23 को नतीजे आएंगे। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 को खत्म हो रहा है। ज़ाहिर है 21 जुलाई को देश के नये राष्ट्रपति चुन लिये जाएंगे। इस चुनाव के लिये 29 जून नामांकन की आखिरी तारीख होगी. 

Indian President Election-कैसे होता है राष्ट्रपति का चुनाव?

भारत में राष्ट्रपति का चुनाव इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम के जरिए होता है, जिसमें सांसद और विधायक मतदान करते हैं। चुनाव आयोग की देखरेख में यह पूरी प्रक्रिया होती है। अब सवाल कि क्या होता है इलेक्टोरल कॉलेज?
यह ऊपरी और निचले सदन के चुने हुए सदस्यों से मिलकर बनता है। साथ ही इसमें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की विधानसभा के चुने हुए सदस्य भी शामिल होते हैं।

543 लोकसभा एमपी, 233 राज्यसभा सदस्य, 4,120 विधायक

आंकड़ों के लिहाज से बात करें, तो इस चुनाव में 4 हजार 896 मतदाता होंगे। इनमें 543 लोकसभा और 233 राज्यसभा सांसद, सभी राज्यों के 4 हजार 120 विधायक शामिल हैं।

एक वोट की कीमत कितनी?

सांसदों और विधायकों की तरफ से डाले जाने वाले वोट की कीमत एक से ज्यादा होती है। एक ओर जहां लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के वोट की कीमत 708 होती है। वहीं, विधायक के वोट की कीमत राज्यों में जनसंख्या की गणना जैसी बातों पर निर्भर करती है।
एक विधायक के वोट की गणना के लिए राज्य की जनसंख्या का विधानसभा में विधायकों की संख्या से भाग दिया जाता है। इस नतीजे का भाग आगे 1000 हजार से किया जाता है। राज्यों के हिसाब से देखें तो उत्तर प्रदेश के एक विधायक के वोट की कीमत सबसे ज्यादा 208 है। जबकि, अरुणाचल प्रदेश में यह आंकड़ा 8 पर है।

Indian President Election-एक बार कुल आंकड़ों पर नजर

इस लिहाज से राज्यसभा और लोकसभा सांसदों को मतों की कीमत 5 लाख 59 हजार 408 है। जबकि, विधायकों के मामले में यह संख्या 5 लाख 49 हजार 495 पर है। ऐसे में इलेक्टोरल कॉलेज का आंकड़ा 10 लाख 98 हजार 903 पर पहुंच जाता है।

Indian President Election-कैसे होती है जीत?

यहां केवल बहुमत के आधार पर ही उम्मीदवार विजयी नहीं होता, बल्कि उन्हें वोट का खास कोटा हासिल करना होता है। गणना के दौरान आयोग सभी इलेक्टोरल कॉलेज की तरफ से पैपर बैलेट के जरिए डाले गए सभी वैध मतों की गिनती करता है। उम्मीदवार को डाले गए कुल वोट का 50 फीसदी और एक अतिरिक्त वोट हासिल करना होता है।

Indian President Election-कौन नहीं कर सकता मतदान

  • जनता मत नहीं दे सकती।
  • राज्यों की विधानपरिषद के सदस्य वोट नहीं डाल सकते
  • अगर कोई मुख्यमंत्री एमएलसी हैं यानि विधानसभा का नहीं बल्कि विधानपरिषद का सदस्य है तो वह भी वोट नहीं डाल सकता।
  • प्रक्रिया सिंग ट्रांसफेरेबल होती है। यानि एक सदन का सदस्य केवल एक ही वोट डाल सकता है।
  • मसलन विधायक विधानसभा में, राज्यसभा सासंद उच्च सदन में और लोकसभा सासंद निचले सदन में।
  • दिल्ली और पुडुचेरी की विधानसभा के सदस्य भी वोट डालते हैं।राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने के लिए कम से कम 35 साल की उम्र होना जरूरी है. भारत का कोई भी नागरिक कितनी भी बार राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ सकता है
  • संविधान के अनुच्छेद 71 (4) में इस बात का उल्लेख मिलता है कि राष्ट्रपति पद का चुनाव किसी भी स्थिति में नहीं रुकेगा.
  • अगर किसी राज्य की विधानसभा भंग हो गई है या कई राज्यों में विधानसभा सीटें रिक्त हैं तो भी राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव तय समय से ही होंगे.

Indian President Election-भारत के पिछले पांच राष्ट्रपति

देश के इतिहास में या राजनीतिक इतिहास में 25 जुलाई की तारीख इसलिये अहम है क्योंकि इसी तारीख को 6 राष्ट्रपति देश को मिल चुके हैं। अब रामनाथ कोविंद का कार्यकाल भी 24 जुलाई तक है तो जाहिर है कि नये राष्ट्रपति 25 को कमान संभालेंगे।

प्रणब मुखर्जी
कार्यकाल: 25 जुलाई, 2012 से 25 जुलाई, 2017
प्रतिभा देवीसिंह पाटिल
कार्यकाल: 25 जुलाई, 2007 से 25 जुलाई, 2012
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
कार्यकाल: 25 जुलाई, 2002 से 25 जुलाई, 2007
के.आर. नारायणन
कार्यकाल: 25 जुलाई, 1997 से 25 जुलाई, 2002

डॉ शंकर दयाल शर्मा
कार्यकाल: 25 जुलाई, 1992 से 25 जुलाई, 1997

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By- Sanghaik Kavita Raj