अकेले निकलिये
बदल जाएगा परसपेक्टिव
अकेले ट्रैवल करने से यह आपके Perspective को पूरा बदल देगा. अपने Perspective को बदलने के लिए निश्चित रूप से महिलाओं को हिम्मत चाहिए. अपने Perspective को बदलने के लिए एक बार अकेले ट्रैवल करके देखिए .
जो महिलाएं अकेले सफर से घर की ओर लौटती हैं, तब वे अकेली नहीं होतीं. उनके साथ बहुत कुछ आता है. यह एक अकेला किया गया सफर उन्हें एक नए सांचें में ढाल देता है.
पहचानें
अंदरूनी ताकत Inner Power
अकेले ट्रैवल का सबसे बड़ा लाभ है, अंदरुनी ताकत. जबकि अन्य महिलाओं में अंदरुनी ताकत की काफी कमी होती है. अंदरुनी ताकत उन्हें आत्मविश्वास से भरती है .अजनबियों पर भरोसा करना भी सिखाती है .
चुनातियां स्वीकारें How to Face Challenges
अकेले घूमने से ही पता चलता है कि जिंदगी चुनौतियों Challenges का दूसरा नाम है. अधिकतम महिलाएं घर के किसी ना किसी सदस्य पर Depend रहती हैं. ऐसे में चुनौतियों को परखने की समझ विकसित नहीं हो पाती . जबकि अकेले किये सफर की बदौलत इस खूबी से वास्ता हो जाते हैं.
कौन अजनबी
जब हम अकेले सफर पर निकलते हैं तो बहुत से अनजाने लोगों से मिलना होता है . सफर में असंख्य अजनबियों से मुलाकात होती है . जिन पर पर हम भरोसा करने से भी डरते हैं. उन की मदद तक लेना पसंद नहीं करते. अकेले किये गए सफर के कारण यह हिचक समाप्त हो जाती है.
.http://www.indiamoods.com/in-the-land-of-kangaroos/
और भी गम है जमाने में
जब हम अकेले किसी सफर पर निकलते हैं तब Feel होता है कि हम ही नहीं परेशान हैं. राजेश खन्ना पर फिल्माया सॉन्ग याद आता है.’ दुनिया में कितना गम है मेरा गम कितना कम है’.
http://www.indiamoods.com/these-travelling-apps-are-useful-to-all/
वाकई दुनिया विभिन्न किस्म की परेशानियों Problems से जूझ रही है. हर व्यक्ति के पास अपनी परेशानी है. यह महिलाओं के सोचने का नजरिया बदल देती है.