इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी -20 क्रिकेट मैच में टीम इंडिया चाहे 8 रन से हार (डीएलएस नियमानुसार ) गई, लेकिन इस हार बावजूद भी ऑलराउंडर हरलीन देओल की दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों ने जमकर तारीफ की। एचपीसीए वूमैन क्रिकेट अकादमी धर्मशाला के कोच पवन सेन ने बताया कि हरलीन कौर बेहतरीन ऑलराउंडर है। वर्ष 2012 में 13 साल की उम्र में बतौर लेग स्पिनर उसने अकादमी को ज्वाइन किया था। इसके बाद सात आठ साल अकादमी में रहकर उसने अपने खेल को निखारा।
अंडर -19 टूर्नामेंट में ओपनर थी Best All Rounder हरलीन

पवन सेन बताते हैं कि वर्ष 2013-14 में मैंने हरलीन को अंडर -19 टूर्नामेंट में ओपनर भेजा, इस मैच में हरलीन कौर ने 48 स्कोर किया। इसके बाद हरलीन हमारी टीम का अहम हिस्सा बन गई। अभी दुनिया ने उसकी फिरकी का कमाल नहीं देखा है। उन्होंने बताया कि जब से हरलीन और सुषमा का इंडियन वूमैन टीम इंडिया में चयन हुआ है, तब से अकादमी में कोचिंग लेने वाली लड़कियों की संख्या में खासा इजाफा हुआ है।
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सुपरवूमेन बन बाउंड्री पर लपका कैच तो सचिन ने की तारीफ
हरलीन देओल की माता चरणजीत कौर ने बताया कि सुबह -सुबह हरलीन देओल ने फोन आया था, उसने फोन पर बताया कि वह आज बहुत खुश है, क्रिकेट के रब सचिन तेंदुलकर ने उसके कैच पर ट्वीट किया है। सर ने इसे कैच ऑफ द इयर बताया है। चरणजीत कौर ने बताया कि हम इससे पहले इंटरनेट मीडिया पर मैन्स क्रिकेटर को इस तरह का कैच पकड़ते हुए देखते थे, लेकिन जब मैच में हरलीन को ऐसा मुश्किल कैच पकड़ते हुए देखा तो आंखों से खुशी के आंसु निकल आए, इस कैच से पता चलता है कि हरलीन ने कितनी मेहनत की है और वह क्रिकेट के प्रति कितनी जुनूनी है।
बल्लेबाजी और गेंदबाजी में भी Best All Rounder हरलीन का नहीं कोई सानी
डीएवी एमसीएम – 36 की प्रिंसिपल निशा भार्गवा ने बताया कि हरलीन देओल उनके कॉलेज में फाइनल एयर की स्टूडेंट है। वह पिछले तीन साल से इंडियन वूमैन टीम के साथ खेल रही है। हर सीरीज के हरलीन का आत्मविश्वास बढ़ता जा रहा है। कॉलेज प्रबंधन हरलीन देओल की उपलब्धियों से खुद को गौरवांवित महसूस कर रहा है, हम उसकी स्वदेश वापसी पर उसे सम्मानित करेंगे।
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