दिल्ली को हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए अब शिक्षा निदेशालय (DoE Delhi) द्वारा अनूठा प्रयास किया जा रहा है. डायरेक्ट्रेट ऑफ एजुकेशन दिल्ली (Directorate of Education Delhi) ने यहां के स्कूलों को इस एकेडमिक सेशन में 1.5 लाख पौधे लगाने का आदेश दिया है (Delhi Directorate of Education Asks Delhi Schools To Plan 1.5 Lakh Saplings This Year) . यही नहीं स्कूलों (Delhi Schools) को न केवल पौधे लगाने होंगे, बल्कि उनकी देखरेख भी करनी होगी. हर महीने की पांच तारीख को इसकी रिपोर्ट भी संबंधित विभाग को भेजनी होगी. स्कूलों के प्रिंसिपल से लेकर स्टाफ तक को इन पौधों और झाड़ियों (Delhi Schools To Plant Saplings) के रखरखाव की जिम्मेदारी लेनी होगी.
ईको-क्लब के सदस्यों की मदद से होगा ये काम

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक डीओई के स्कूलों को लिए गए पत्र में कहा गया है कि, ‘शैक्षणिक वर्ष 2022-23 के लिए इको-क्लब (Eco-Club for the academic year 2022-23) सदस्यों के माध्यम से दिल्ली के सभी स्कूलों में 40,000 पेड़ और 1.1 लाख झाड़ियों सहित 1.50 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.’
50 प्रतिशत टारगेट इस तारीख तक करना है पूरा
पत्र में आगे कहा गया है, ‘सभी विद्यालयों द्वारा सभी खुले क्षेत्रों एवं उपलब्ध स्थान में पौधरोपण का 50 प्रतिशत लक्ष्य 15 अगस्त तक प्राप्त कर लिया जायेगा. प्रत्येक विद्यालय प्रमुख द्वारा वन विभाग द्वारा चलाई जा रही किसी भी चिन्हित नर्सरी से वृक्षारोपण के लिये निःशुल्क पौधे प्राप्त किये जा सकते हैं.’
इस सत्र के लिए क्या है लक्ष्य
डीओई ने मौजूदा सत्र में हर स्कूल के लिए कम से कम 100 पौधे, जिसमें 30 पौधे और 70 झाड़ियां लगाने का लक्ष्य रखा है. स्कूल प्रमुखों को हर महीने की 5 तारीख तक जोनल संयोजक के माध्यम से संबंधित विज्ञान केंद्रों को पौधों की तस्वीरों के साथ अपडेट भेजना आवश्यक है.