चक्रवाती तूफान ‘यास’ कल बंगाल की खाड़ी से गुज़रेगा। खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव सोमवार तड़के चक्रवात ‘यास’ (Cyclone ‘Yaas’) में तब्दील हो गया। इसके अगले 24 घंटे में तेज होकर भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का अनुमान है कि 26 मई की दोपहर यह ‘अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान’ के रूप में पारादीप और सागर द्वीप के बीच होते हुए उत्तर ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों से गुजरेगा।
चक्रवाती तूफान ‘यास’ के कारण चलेंगी तेज़ हवाएं

इस दौरान, 155 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। इससे पहले कुछ स्थानों पर 25 मई से भारी बारिश हो सकती है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा की सरकारें चक्रवात के प्रभाव से निपटने की तैयारी में जुटी हैं। ओडिशा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रदेश सरकार संवेदनशील इलाकों से लोगों को निकालने की योजना बना रही है।
यह भी पढ़ें: केरल में चक्रवात ‘तौकते’ की दस्तक, 5 राज्यों के लिए एनडीआरएफ के 53 दल तैयार
युद्धपोत भी तैयार
उधर, सशस्त्र बल भी अलर्ट पर हैं, नौसेना ने 4 युद्धपोतों और कई विमानों को तैयार रखा है। अधिकारियों ने बताया कि वायुसेना ने मानवीय सहायता और आपदा राहत कार्यों के लिए 11 परिवहन विमान और 25 हेलीकॉप्टर तैयार रखे हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के प्रमुख एसएन प्रधान ने दोनों राज्यों के अधिकारियों से पूरी तरह तैयार रहने को कहा है।
बजरा-नौका हादसा : 16 और शव मिले
महाराष्ट्र और गुजरात के तटों से 16 और शव मिलने के साथ ही समुद्र में हादसे के शिकार हुए बजरा पी305 और खींचने वाली नौका के सभी 274 कर्मियों का पता चल गया है। इनमें से 188 लोगों को समुद्र से सुरक्षित निकाल लिया गया, अन्य के शव मिले हैं। नौसेना ने सोमवार को इस बारे में बताया। चक्रवात ताउते के प्रभाव से 17 मई बजरा पी305 समुद्र में डूब गया था और नौका वरप्रदा तट से दूर चली गयी थी। नौसेना के जहाज आईएनएस मकर ने सोमवार को नौका वरप्रदा का भी पता लगा लिया।