भीषण चक्रवाती तूफान में बदला Cyclone ‘Yaas’, ओडिशा में भारी बारिश, कोलकाता एयरपोर्ट बंद, NDRF मोर्चे पर

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By- Richa R Singh

भीषण चक्रवाती तूफान यास ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय इलाकों पर Cyclone ‘Yaas के कारण तेज़ हवाएं और भारी बारिश का नज़ारा है। यहां तूफान का भारी खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग (IMD) ने चक्रवात के गंभीर तूफान में बदलने की आशंका जताई है।

तूफान ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों से टकराया है। जिसके साथ ही तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है।

भीषण चक्रवाती तूफान का कहर

ओडिशा के पारादीप और बालासोर में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हालात पर सीएम पटनायक और ममता बनर्जी से चर्चा की है।

कोलकाता एयरपोर्ट बंद, रेलवे ने भी रद्द की ट्रेनें

Cyclone Yass की वजह से खराब हुए मौसम के चलते कोलकाता एयरपोर्ट पर सुबह 8:30 बजे से उड़ने वाली उड़ानों को शाम 7:45 बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही रेलवे ने भी उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के बीच कई ट्रेनें रद्द कर दी हैं। ओडिशा के बालासोर में तेज हवा के साथ बारिश हो रही है।चक्रवात यास के मद्देनजर ओडिशा में करीब दो लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। जबकि 7 लाख लोगों को पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।

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भीषण चक्रवाती तूफान का ओडिशा में होगा लैंडफॉल, 4 जिलों में रेड अलर्ट

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि चक्रवात के कारण तटीय इलाकों में 2-4 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं. मौसम विभाग के मुताबिक भीषण तूफान के दौरान 155 से 165 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने की उम्मीद है। जो 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच सकती है । मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक यास तूफान (Yaas Cyclone) शाम तक ओडिशा के पारादीप और सागर आइलैंड्स के बीच Dhamra Port पर लैंडफॉल कर सकता है।

ओडिशा-बंगाल के ये जिलें होंगे प्रभावित

ओडिशा के भद्रक, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, जगतसिंहपुर और मयूरभंज इलाके तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे । जबकि पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, हुगली और उत्तर 24 परगना में असर देखा जाएगा। केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों को अलर्ट पर रखा है साथ ही हर तरह के हालात से निपटने के आदेश दिए हैं।

भीषण चक्रवाती तूफान से निपटने के लिये NDRF ने संभाला मोर्चा, 115 टीमों की तैनाती

साइक्लोन यास की आहट से पहले ही NDRF ने मोर्चा संभाल लिया है। राहत एवं बचाव टीम ने लाउडस्पीकर के जरिए लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा है। जबकि पूर्वी मेदिनीपुर जिले के दीघा इलाके को खाली कराया गया है। NDRF के डीजी एसएन प्रधान ने कहा कि अभी तक साइक्लोन यास से प्रभावित होने वाले सभी 5 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में 115 टीमों को तैनात किया गया है। इनमें से 52 टीमें ओडिशा में और 45 टीमें पश्चिम बंगाल में तैनात की गई हैं।

इन राज्यों में भी बारिश की संभावना

आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी और तमिलनाडु के तटों पर भी यास तूफान का असर दिखेगा. इस तूफान की वजह से झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार के साथ-साथ अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश हो सकती है ।मौसम विभाग के अनुसार झारखंड के लगभग 16 जिलों में बारिश की संभावना है। इस दौरान 90 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। मौसम विज्ञान के मुताबिक, चक्रवात का असर बिहार के दक्षिण ज़िलों में देखने को मिलेगा। अगले 5-6 दिन पूरे राज्य में हल्की से मध्यम बारिश होगी।

मछुआरों को समंदर से दूर रहने की सलाह


सभी राज्य हाई अलर्ट पर हैं। समुद्र के तट के पास से लोगों को हटाया गया है। मछुआरों को समंदर से दूर रहने की हिदायत दी गई है। इसके अलावा मौसम विभाग ने कहा है कि तूफान के चलते समुद्र की लहरें 2-4 मीटर की ऊंचाई की उठ सकती हैं और मेदिनीपुर, बालासोर, भद्रक के निचले इलाकों में बाढ़ आने की संभावना है।