Contraceptive medicine will be made from Anti-sperm Antibodies!-अब प्रेगनेंसी की चिंता से महिलाओं को छुटकारा मिलने वाला है। अनचाही प्रेगनेंसी के लिये उन्हें गर्भनिरोधक गोलियों की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। इससके अलावा पुरुषों को कंडोम के इस्तेमाल से राहत मिलने वाली है। आने वाले समय में मौजूदा गर्भनिरोधक (Contraception) उपायों के बिना भी प्रेग्नेंसी रोकी जा सकती है. हो सकता है कि कंडोम, कॉपर-टी या अन्य माध्यमों की जरूरत न पड़े. ये संभव होगा शरीर में मिलने वाली एक खास तरह की एंटीबॉडी (Antibodies) से.
अनचाहे गर्भ से छुटकारा
इस एंटीबॉडी से एक खास दवा बनाने की तैयारी है जिससे अनचाहे गर्भ से छुटकारा मिल सकता है.खास बात यह है कि ये एंटीबॉडी (Antibodies) मेल और फीमेल दोनों में ही होता है. साइंस ट्रांसलेशनल में पब्लिश स्टडी के मुताबिक ये एंटीबॉडीज एक तरह से स्पर्म (Sperm) का ‘शिकार’ करती है. यानी स्पर्म को शरीर के अनचाहे हिस्से में एंट्री से रोकने में कारगर है.
Contraceptive medicine will be made from Anti-sperm Antibodies!-शरीर में मौजूद एंटीबॉडी से गर्भनिरोधक दवा
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स्टडी के मुताबिक शरीर में मौजूद एंटीबॉडी से गर्भनिरोधक दवा बनाई जा सकती है. इस एंटीबॉडी से गर्भनिरोधक दवा बनाने के लिए वैज्ञानिकों ने कुछ एक्सट्रा एंटीजन बांधने वाले फ्रैगमेंट्स का उपयोग किया, जिससे एंटी स्पर्म एंटीबॉडीज की क्षमता 10 गुना ज्यादा बढ़ गई.शोधकर्ताओं ने नई गर्भनिरोधक दवा बनाने के लिए उपयोग की जा रही एंटीबॉडी का प्रयोग मादा भेड़ की Vagina में किया. इसके बाद पाया गया कि भेड़ के शरीर में स्पर्म को रोकने वाली एंटीबॉडी पूरी तरह कारगर रही.
इस तकनीक से बनी दवा कभी भी मार्केट में आ सकती है
इस रिसर्च में लगे वैज्ञानिकों का मानना है कि इस तकनीक से बनी दवा कभी भी बाजार में आ सकती है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अभी इस निष्कर्ष पर पहुंचना बाकी है कि ये दवा पूरी तरह से गर्भनिरोधक साबित होगी या नहीं. लेकिन अब तक के परिणाम 99.9% तक पॉजिटिव रहे हैं.
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Contraceptive medicine will be made from Anti-sperm Antibodies!-इनसानों पर क्लीनिक ट्रायल होना बाकी
अभी तक इस दवा का ट्रायल सिर्फ भेड़ों पर ही हुआ है, इंसानों पर इसका क्लीनिकल ट्रायल बाकी है. इससे जुड़ी और भी कई रिसर्च चल रही हैं. ऐसे में इंसानों पर ट्रायल के बाद ही दवा का भविष्य तय होगा.