RAFALE विमान सौदे का मुद्दा फिर गरमाया, कांग्रेस ने ट्विटर पर छेड़ा संग्राम, राहुल बोले-फ्रांस में जांच तो यहां क्यों नहीं?

rafale 2

RAFALE विमान सौदे (RAFALE aircraft deal ) का मुद्दा फिर गरमाया है। विमान सौदे में भ्रष्टाचार और तरफदारी के आरोपों की फ्रांस में जांच शुरू होने के बाद कांग्रेस ने भारत सरकार की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाया (Congress waged war) । पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने जानना चाहा कि रक्षा सौदे (Defence deal) में जिस देश के सार्वजनिक धन का नुकसान हुआ, उसने जांच का आदेश क्यों नहीं दिया?

RAFALE विमान सौदे पर खेड़ा ने क्या कहा…

खेड़ा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘भ्रष्टाचार, प्रभाव का इस्तेमाल, मनी लॉन्ड्रिंग, तरफदारी करने के मुद्दे पर जांच कराए जाने के फ्रांस के फैसले के 24 घंटे से अधिक समय बाद भी प्रत्येक जिम्मेदार भारतीय के सामने एक सवाल कायम है, प्रत्येक सजग नागरिक पूछता है… भारत सरकार अब तक चुप क्यों है?’ उन्होंने कहा कि राफेल लड़ाकू विमान सौदा भारत और फ्रांस के बीच एक अंतर-सरकारी सौदा था, जिसका मतलब है कि दोनों तरफ दोनों देशों की सरकारें शामिल थीं।

यह भी पढ़ें: वायुसेना में राफेल की औपचारिक तैनाती, रक्षा मंत्री बोले-गेमचेंजर साबित होगा फाइटर जेट

rafale 2

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस की मांग है कि तुरंत एक निष्पक्ष संयुक्त संसदीय समिति (JPC) का गठन किया जाए और राफेल सौदे के हर पहलू की जांच की जाए। भारत के लोग सच जानने के हकदार हैं।’

अपने कॉर्पोरेट मित्रों की मदद करती है बीजेपी- राहुल

कांग्रेस नेता ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में जोर-शोर से बोलती है, लेकिन जब अपने ‘कॉर्पोरेट मित्रों’ का खजाना भरने की बात आती है, तो वह भारत के सुरक्षा हितों को कमजोर करने के लिए सब कुछ करती है। उन्होंने सवाल किया कि भारतीय राजकोष को नुकसान पहुंचाने वाले व्यक्ति की जांच क्यों नहीं हो रही?

राहुल के ये चार विकल्प

राफेल सौदे की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराने की कांग्रेस की मांग के बीच पार्टी नेता राहुल गांधी ने एक ऑनलाइन सर्वेक्षण करते हुए रविवार को लोगों के लिए सवाल पोस्ट किया कि मोदी सरकार इस जांच के लिए तैयार क्यों नहीं है। उन्होंने ट्विटर पर किए गए सवाल के उत्तर के लिए 4 विकल्प दिए अपराधबोध, मित्रों को बचाना है, जेपीसी को राज्यसभा सीट नहीं चाहिए या उपरोक्त सभी विकल्प सही हैं।

गांधी ने सवाल पोस्ट करते हुए ट्वीट किया, ‘मोदी सरकार जेपीसी की जांच के लिए तैयार क्यों नहीं है? – अपराध बोध, मित्रों को भी बचाना है, जेपीसी को राज्यसभा सीट नहीं चाहिए और ये सभी विकल्प सही हैं।’ गांधी राफेल सौदे में भ्रष्टाचार का आरोप लंबे समय से लगाते रहे हैं और उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव में इसे बड़ा चुनावी मुद्दा भी बनाया था। इस चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था।