CDS Gen Bipin Rawat Helicopter Crashed : भारतीय वायुसेना का एक हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट क्रैश हो गया. वायुसेना ने बताया कि इस हेलिकॉप्टर में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी सवार थीं. हादसा कुन्नूर के काटेरी गांव में हुआ है, ये इलाका अपर कुन्नूर के अंतर्गत आता है. चश्मदीदों के मुताबिक, क्रैश होने से पहले हेलिकॉप्टर में आग लगी थी. जानें बड़ी बातें-
- तमिलनाडु के वन मंत्री रामचंद्रन ने बताया कि हादसे में आठ लोगों की मौत हुई है. तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. तीन का रिस्क्यू जारी है. उन्होंने कहा कि संकरी रास्ता होने की वजह से रेस्क्यू में दिक्कत हो रही है.
- जनरल रावत की स्थिति के बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं दी गई है. वायुसेना ने कहा कि हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. हेलिकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी.
- घटना की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी गई. इसके बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के अधिकारियों के साथ पूरी जानकारी ली. राजनाथ रक्षा मंत्रालय से निकलने के बाद सीधे सीडीएस बिपिन रावत के आवास पर पहुंचे. राजनाथ सिंह पूरे मामले पर संसद में बयान दे सकते हैं.
CDS रावत की मौत

दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सीडीएस जनरल रावत वेलिंगटन में ‘डिफेंस सर्विसेज कॉलेज’ (डीएससी) जा रहे थे तभी हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. राज्य सरकार के अधिकारियों ने बताया कि हेलिकॉप्टर नीलगिरि जिले के पर्वतीय क्षेत्र में कुन्नूर के निकट नंजप्पनचथिराम इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ. दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर में 14 लोग सवार थे.हेलिकॉप्टर में जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के अलावा ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, एनके गुरसेवक सिंह, एनके जितेंद्र कुमार, एल/नायक विवेक कुमार, एल/नायक बी साई तेजा और हवलदार सतपाल सवार थे.कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को लेकर हेलिकॉप्टर कोयंबटूर के सुलुर से वेलिंगटन में डीएससी की ओर जा रहा था, जहां जनरल रावत, थल सेनाध्यक्ष एम. एम. नरवणे के साथ बाद में एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे.टीवी फुटेज में दुर्घटना के बाद हेलिकॉप्टर में आग की लपटें उठती दिखीं. बचावकर्मी, सेना के जवानों के साथ दुर्घटनास्थल से मलबा हटाते देखे गए.
जनरल रावत का ऐसा था शेड्यूल

एक स्पेशल एयरक्राफ्ट के ज़रिए बुधवार सुबह करीब 9 बजे जनरल रावत और उनकी पत्नी समेत नौ लोग दिल्ली से रवाना हुए और करीब 11 बजकर 35 मिनट पर एयरफोर्स स्टेशन सुलूर पहुंचे.
करीब 10 मिनट बाद 11 बजकर 45 मिनट पर एयरफोर्स स्टेशन सुलूर से दिल्ली से आए 9 लोग और पांच क्रू के सदस्य यानी कुल 14 लोग वेलिंगटन आर्मी कैंप के लिए हेलिकॉप्टर से रवाना हुए.
CDS Gen Bipin Rawat Helicopter Crashed :
दोपहर करीब 12 बजकर 20 मिनट पर नंचापा चातरम के कट्टेरिया इलाके में 14 लोगों से भरा हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ.
हेलिकॉप्टर ने एयरफोर्स स्टेशन सुलूर से उड़ान भरने के बाद करीब 94 किलोमीटर का सफर तय किया था जब वो और कट्टेरिया इलाके में क्रैश हो गया.
दुर्घटनास्थल और हेलिकॉप्टर की मंज़िल में सिर्फ करीब 16 किलोमीटर का फासला बचा था. यानी वेलिंगटन आर्मी कैंप से 16 किलोमीटर पहले ही जनरल रावत का हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया.
बड़ी बात ये है कि जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर अगर पांच मिनट और उड़ता तो वो अपनी मंज़िल पर पहुंच जाता, लेकिन रास्ते में ही अनहोनी हो गई.