Career will shine in these fields- आंकड़ों की इस भारी-भरकम वॉल्यूम को अर्थपूर्ण एवं उपयोगी बनाने के लिये हजारों डेटा साइंटिस्ट व एनालिस्ट की जरूरत है। वहीं डिजिटल मार्केटर जैसे प्रोफेशन भी ई-कमर्स के चलते खूब डिमांड में हैं।
दसवीं-बारहवीं में पढ़ाई
समय के साथ हर चीज में परिवर्तन आता है और करिअर का क्षेत्र भी इस नियम से अछूता नहीं है। हर बीता दौर अपने साथ कुछ मौके ले जाता है तो वहीं आता हुआ वक्त नयी-नयी संभावनाओं को जन्म देता है। ऐसे में जरूरी है कि आज जो युवा दसवीं-बारहवीं में पढ़ाई कर रहे हैं, वे अभी से उन फील्ड्स पर नजर बनाए रखें जो कि अभी भी मौकों से भरे हुए हैं और भविष्य में और भी सघन हो जाएंगे। यहां जानिए वैसे ही कुछ फील्ड्स के बारे में।
डाटा साइंटिस्ट
बढ़ती सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी के कारण आनेवाले समय में छात्रों के लिए डाटा साइंटिस्ट बनना बेहतरीन विकल्प होने वाला है। यह क्षेत्र जॉब और सैलरी के मामले में टॉप-5 में गिना जाता है। डाटा की अलग-अलग परिभाषा हो सकती है, लेकिन मतलब एक ही होता है। डाटा साइंस हम उसे कह सकते हैं जिसके तहत किसी भी डाटा का विश्लेषण कर उसकी जानकारी निकाली जा सके। डाटा साइंटिस्ट बनने के लिए आपके पास कई स्किल का होना जरूरी है, जिसमें से मुख्य रूप से मैथ्स, कंप्यूटर साइंस, मैनेजमेंट से डिग्री व डिप्लोमा जरूरी है।
डाटा एनालिस्ट
डेटा एनालिस्ट उन प्रोफेशनल्स को कहा जाता है जिनके पास किसी भी तरह के डेटा को बेहतर तरीके से विजुलाइज करने की क्षमता होती है। इंडियन इंस्टीट्य़ूट ऑफ मैनेजमेंट डेटा एनालिस्ट को डेटा माइनर्स नाम से संबोधित करता है। ये एमएस एक्सेल, प्रोग्रामिंग, स्टैटिस्टिक्स, एप्लाइड मैथमेटिक्स और कंप्यूटर की अच्छी जानकारी रखते हैं। डाटा एनालिस्ट बनने के लिए अनेक युनिवर्सिटीज डिग्री, डिप्लोमा एंव सर्टिफिकेट कोर्स करवाती है। इसके अलावा आप ऑनलाइन भी अनेक संबंधित कोर्स कर सकते हैं।
ब्लॉकचेन डेवेलपर
ब्लॉकचेन में करिअर को लेकर लोकप्रियता काफी बढ़ गई है। यह एक अभूतपूर्व तकनीक है, जो डिजिटल क्रिप्टो करेंसी के लिए आधार प्रदान करती है। वर्तमान में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में नौकरियों की संख्या काफी कम है, इसलिए एक आईटी एक्सपर्ट की तुलना में ब्लॉकचेन एक्सपर्ट का वेतन काफी अधिक होता है। ब्लॉकचेन एक ऐसी तकनीक है जो लंबे समय तक बनी रहेगी और यह एक ऐसी जगह है जहां लोग अपना करिअर बना सकते हैं। आपके पास कंप्यूटर साइंस / इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी क्षेत्र में एकेडमिक बैकग्राउंड चाहिए।
डिजिटल मार्केटर
भारत में डिजिटल मार्केटिंग इंडस्ट्री हर साल लगभग तीस प्रतिशत की दर से बढ़ रही है। डिजिटल मार्केटिंग इंटरनेट, कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के जरिये की जाने वाली मार्केटिंग है। इसे ऑनलाइन मार्केटिंग भी कह सकते हैं। डिजिटल मार्केटिंग में सोशल मीडिया, मोबाइल, ईमेल, सर्च इंजिन ऑप्टिमाइजेशन (एसईओ) इत्यादि को टूल की तरह इस्तेमाल किया जाता है। इस फील्ड में काम करने के लिए ग्रेजुएट होना आवश्यक है। जो छात्र मार्केटिंग, कम्युनिकेशन या फिर ग्राफिक डिजाइन में ग्रेजुएट हैं, वे डिजिटल मार्केटिंग में करिअर बना सकते हैं।
क्लाउड कंप्यूटिंग प्रोफेशनल
क्लाउड कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक नया आयाम है। इस नए आयाम से करिअर के भी कई रास्ते खुलने लगे हैं। ये पेशेवर आईटी फील्ड के एक्सपर्ट्स होते हैं और आमतौर पर संबद्ध कंपनी के क्लाउड कंप्यूटिंग सिस्टम की देख-भाल करते हैं। देश-दुनिया में क्लाउड कंप्यूटिंग के फील्ड से जुड़ी विभिन्न जॉब्स के लिए विशेष डिग्री की जरूरत नहीं होती है लेकिन इंजीनियरिंग तथा कंप्यूटर सांइस की डिग्री रखने वाले स्टूडेंट्स को आसानी से नौकरी मिलती है। आईटी और कंप्यूटर बैकग्राउंड वाले स्टूडेंट्स को इस फील्ड में प्राथमिकता दी जाती है।