CAREER IN PUBLIC POLICY- इस राह पर नई पहचान बना सकते हैं युवा

career in public policy
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CAREER IN PUBLIC POLICY-पब्लिक पॉलिसी में करिअर का कॉन्सेप्ट देर से शुरू हुआ, लेकिन इन दिनों युवाओं को खूब पसंद आ रहा है। कुछ लोग इसे सिविल सेवा से जुड़ा हुआ भी मान लेते हैं। जो युवा कुछ अलग करना चाहते हैं, यह क्षेत्र उनके लिये है। सामाजिक और आर्थिक विषमताओं पर पैनी नज़र, उनके कारणों तक पहुंचने का जज़्बा, एनालिटिकल सोच और लीक से हटकर कुछ नया कर गुज़रने का साहस ज़रूरी है।

सामाजिक विकास की नीतियां बनाते हैं ऐसे पेशेवर

सामाजिक विकास की नीतियों यानी पब्लिक पॉलिसी में करिअर को अब तक कम ही युवा तरजीह देते आए हैं। पब्लिक पॉलिसी में करिअर उन्हीं लोगों के लिए है जो अपने आसपास की दुनिया बदलना चाहते हैं। कॉरपोरेट समूहों से लेकर स्टार्टअप्स तक में पब्लिक पॉलिसी विशेषज्ञों की ज़रूरत होती है और यहां उन्हें जॉब्स के भरपूर मौके मिल रहे हैं। ये विशेषज्ञ राजनीति, प्रबंधन, कानून के अलावा विज्ञान के क्षेत्रों में किसी न किसी रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस क्षेत्र में महारत हासिल करने वाले युवाओं की सेवाएं केवल गैर-सरकारी संगठन ही नहीं, बल्कि सरकार भी ले रही है। एक अनुमान के मुताबिक आने वाले समय में शहरी और ग्रामीण योजनाओं में केन्द्र और राज्य सरकारों को पब्लिक पॉलिसी वैज्ञानिकों की ज़रूरत बड़े पैमाने पर होगी।

PUBLIC POLICY में नौकरी के अवसर

इस विषय में प्रशिक्षण के बाद मुख्य रूप से केंद्र और राज्य सरकारों की नीति-निर्माण से जुड़ी संस्थाओं, स्थानीय निकायों, बड़े उद्योगों, बैंकिंग सेक्टर, रेलवे, डिफेन्स व निजी क्षेत्र से संबंधित संगठनों आदि में नौकरी के अवसर मिल सकते हैं। विशेषज्ञ युवाओं को रिसर्च एसोसिएट, पॉलिसी एनालिस्ट, पब्लिक अफेयर्स मैनेजर, स्टैटिस्टिशियन जैसे पद मिलते हैं। वे रिसर्च-डेवलेपमेंट और टीचिंग से जुड़ सकता है, स्वतंत्र शोध संस्थानों व नीतिकारों के पैनल का हिस्सा बन सकता है। कई स्वतंत्र शोध संस्थान शोध-कार्य में कुशल युवाओं को मौका देते हैं।

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विदेशों में भी डिमांड

पब्लिक पॉलिसी विशेषज्ञों की जरूरत केवल निजी, सरकारी, अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों को ही नहीं, बल्कि सरकारी कार्यक्रमों को भी है। सिविल सेवा से अलग युवाओं का चयन सरकार अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी कर रही है, ताकि वे आज की चुनौतियों से लड़ने में मदद कर सकें। पब्लिक पॉलिसी में शामिल संस्थानों की मदद सरकारी स्तर पर भी ली जा रही है।

कैसे करते हैं काम

पब्लिक पॉलिसी से जुड़े पेशेवर मात्रात्मक विश्लेषण, अर्थशास्त्र, वित्त, प्रबंधन कौशल समेत रोजगार के क्षेत्र से जुड़ी वैश्विक चुनौतियों के समाधान निकालने की कोशिश करते हैं। फिर चाहे वह स्थानीय समुदाय हो या समाज; सार्वजनिक नीति में करिअर उन लोगों के लिए सही है, जो कुछ बदलने का माद्दा रखते हैं। कुछ सरकारी कार्यक्रमों—डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया की सार्वजनिक नीतियां भी युवाओं को आकर्षित कर रही हैं। लिहाज़ा बहुत से छात्र इनमें रुचि दिखाने लगे हैं। बढ़ती गरीबी, हिंसा, बेरोज़गारी, स्वास्थ्य की खराब स्थितियों सहित बुनियादी सुविधाओं के अभाव का समाधान अब पब्लिक पॉलिसी में महारत हासिल करने वाले भी करेंगे। देश में बेहतर बदलाव लाने की चाह से ही इसमें करिअर की संभावनाएं देखी जा सकती हैं।

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ऐसे रखें कदम

पब्लिक पॉलिसी में महारत लेने के लिए सामाजिक विज्ञान, राजनीतिक विज्ञान, मनोविज्ञान, इतिहास और कानून सहित और भी कई विषयों के अध्ययन की जरूरत पड़ती है। विषय की जटिलता को समझना होता है। युवाओं को देश के सामने मौजूद चुनौतियों से भली-भांति परिचित होना होता है। इसमें पुरानी आर्थिक नीतियों, पर्यावरण, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मामलों की समझ भी ज़रूरी है। पब्लिक पॉलिसी पर सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री स्तर के कोर्स देश के कई संस्थानों में कराए जा रहे हैं। अधिकतर संस्थान इसमें दो वर्षीय मास्टर्स इन पब्लिक पॉलिसी कोर्स कराते हैं। मास्टर इन पब्लिक पॉलिसी एंड पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन भी एक कोर्स है। किसी भी विषय से ग्रेजुएट छात्र कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। कई संस्थानों में मेरिट के आधार पर एंट्री होती है। इसमें पीएचडी कर सकते हैं, फेलोशिप मिल सकती है।

कोर्स में क्या है?

कोर्स के दौरान लॉ, गवर्नेंस, पब्लिक पॉलिसी मेकिंग, स्टैटिस्टिकल डेटा एनालिसिस, इकोनॉमिक्स ऑफ पब्लिक पॉलिसी, एकेडेमिक राइटिंग, क्वालिटेटिव रिसर्च और कई दूसरे विषय पढ़ाये जाते हैं। कोर्स के दौरान मैनेजमेंट स्किल्स, डेमोक्रेटिक वैल्यूज़ पर भी फोकस होता है। विषय पर मजबूत पकड़ होना ज़रूरी है। समस्याओं और चुनौतियों को समझने व उनके समाधान को तलाशने का साहस और धैर्य भी चाहिए।

यहां से करें कोर्स

  • जामिया मिल्लिया इस्लामिया,जामिया नगर, ओखला, नयी दिल्ली-110025
  • इग्नू, 93, मैदान गढ़ी, नयी दिल्ली-110068
  • सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ जम्मू, राहया सुचानी (बागला), जिला सांबा, पिन-181143
  • मुंबई विश्वविद्यालय, सीएसटी रोड, कोलिवरी गांव, विद्यानगरी, कलना, सांताक्रूज़ ईस्ट मुंबई, महाराष्ट्र-400098.