Bones become hollow in this disease-ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis), हड्डियों से जुड़ी एक गंभीर समस्या है। इस रोग में हड्डियां कमजोर हो जाती हैं (Osteoporosis weakens bones)। ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों को इतना कमज़ोर बना देता है कि हल्की सी चोट लगने या झुकने पर, यहां तक कि छींकने या ज़ोर से खांसने से भी हड्डी के फ्रैक्चर होने का डर बन जाता है। कूल्हे, कलाई या रीढ़ की हड्डी में, ऑस्टियोपोरोसिस से संबंधित फ्रैक्चर होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है।

डॉक्टरों के मुताबिक इंसान की हड्डी के अंदर मधुमक्खी के छत्ते की तरह छोटे-छोटे स्थान होते हैं। ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) इन्हीं स्थानों के आकार को बढ़ाता है, जिससे हड्डियों की ताकत और उनका घनत्व कम होता चला जाता है। इसके अलावा यह हड्डियों के बाहरी भाग को कमजोर और पतला भी कर देता है।
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Osteoporosis के लक्षण?
- इसे साइलेंट बीमारी कहते हैं। फिर भी यदि आपको
- • शरीर में लगातार थकावट
- • हाथ-पैरों में दर्द
- • कमर में दर्द
- • छोटी-सी चोट पर हड्डियों का टूट जाना
- • मॉर्निंग सिकनेस
- • काम की इच्छा न करना
- जैसे लक्षण महसूस हों तो सावधान हो जाएं।
- परिवार में किसी को इस तरह की समस्या रह चुकी है तो और भी ज्यादा सतर्कता बरतने की ज़रूरत होती है।
Bones become hollow in this disease-इस रोग का कारण
बढ़ती उम्र, कैल्शियम की कमी, हाइपरथायरायडिज्म जैसी कुछ चिकित्सीय स्थितियां, इन बीमारियों में ली जाने वाली दवाएं, शारीरिक रूप से कम सक्रिय रहना इत्यादि इस रोग को बुलावा देने वाले हो सकते हैं। महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस होने का ख़तरा स्वाभाविक रूप से अधिक होता है जो मेनोपॉज़ के बाद और ज्यादा हो जाता है।
Treatment of Osteoporosis
बढ़ती उम्र में हड्डियों का खास ख्याल रखने की ज़रूरत होती है। आपकी उम्र अगर 40 के पार है और कमर, शरीर में दर्द या हल्की चोट पर भी फ्रैक्चर होने की समस्या है तो बोन डेंसिटी टेस्ट (bone density test) करवाएं। ऑस्टियोपोरोसिस के इलाज में मेडिकल और नॉन मेडिकल, दोनों पहलुओं का ध्यान रखा जाता है। मेडिकल में दवाएं, इंजेक्शन और सर्जरी शामिल हैं, वहीं नॉन मेडिकल में हड्डियों को मजबूत बनाने वाली एक्सरसाइज़, प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर डाइट का ध्यान रखा जाता है।
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Bones become hollow in this disease-धूप सेंकना भी ज़रूरी
साथ में हर रोज़ कम से कम 15-20 मिनट धूप में ज़रूर बैठें। खाने में कैल्शियम और प्रोटीन युक्त पदार्थों को शामिल करें। स्मोकिंग और शराब से दूर रहें। बिना किसी योग्य चिकित्सक के परामर्श के कोई दवा न लें।
खुद को रखें एक्टिव
ऑस्टियोपोरोसिस से बचने और इसके इलाज, दोनों के लिए आपका फिजिकल एक्टिव रहना भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिस एरिया पर बार-बार स्ट्रेस पड़ेगा, वहां कैल्शियम और मिनरल ज्यादा बनेंगे, जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं। वॉकिंग, जंपिंग, स्किपिंग, जॉगिंग, साइकलिंग, स्विमिंग, योगासन (Walking, Jumping, Skipping, Jogging, Cycling, Swimming, Yoga) आदि आपके स्वास्थ्य के लिए बढ़िया होंगे।