Benefits Of Meditation in Pregnancy– प्रेगनेंसी में महिलाएं कई तरह की समस्याओं का सामना करती हैं। पूरे 9 महीने में शरीर कई बदलावों से गुज़रता है। शारीरिक ही नही बल्कि मानसिक स्थिति भी बदलती रहती है। जिसे मू़ड स्विंग कहा जाता है। इस दौरान शरीर और मन में जो उतार चढ़ाव आते हैं उनसे निपटना मुश्किल भरा होता है। ऐसे में ध्यान या मेडिटेशन से काफी मदद मिलती है।
Benefits Of Meditation in Pregnancy
-प्रेगनेंसी में मेडिटेशन से महिला का मानसिक तनाव कम होगा
-इम्युनिटी बढ़ेगी और प्रीमैच्योर बर्थ का खतरा कम होगा.
डीप ब्रीदिंग मेडिटेशन

- शांत जगह, सामान्य तापमान और कम रोशनी में बैठें।
- सुबह के समय घर के बाहर, पार्क, गार्डन या टैरेस पर ध्यान लगाएं।
- हवादार कमरे में भी बैठ सकते हैं
- मेडिटेशन करने के लिए सांस पर काबू पाना होता है.
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ऐसे करें शुरूआत
- आंखों को बंद करके ध्यान को कंट्रोल करने की कोशिश करें
- गहरी और लंबी सांस लें, धीरे-धीरे अपने शरीर को रिलैक्स करें.
- कुछ देर सांस रोककर रखें, धीरे-धीरे मुंह से बाहर छोड़ें, इससे शरीर में ऑक्सीजन जाएगी
- ऐसा 10 से 15 मिनट कर सकते हैं
- इस तरह का ध्यान दिन में दो-तीन बार किया जा सकता है
- मुंह से सांस छोड़ते हुए ‘ओम’ का उच्चारण करती रहें
- मन में अगर इधर-उधर के विचार आ रहे हैं, उन्हें आने और जाने दें
- उनके बारे में सोचने की कोशिश ना करें, बस ओम बोलती रहें
- मेडिटेशन प्रसव के दर्द को कम करता है
- इससे आपको आराम की नींद लेने में मदद मिलती.
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बच्चे के विकास में मदद
- मेडिटेशन के दौरान ली जाने वाली गहरी सांसों से बच्चे को भी पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है
- इससे बच्चे का स्वस्थ विकास होता है
- मां और बच्चे की इम्यूनिटी बेहतर होती है
- संगीत या मंत्र मेडिटेशन
- म्यूजिक प्लेयर, फोन या कंप्यूटर पर मंत्र या शांत करने वाला संगीत चलाएं
- बिस्तर पर बायीं करवट लेटें, गहरी सांसें लेती रहें
- इससे निराशा और एंज़ाइटी नहीं होगी