‘अलादीन: नाम तो सुना होगा’ में एक ऐसा ट्विस्ट आने वाला है जिसे देखकर दर्शक हैरान रह जायेंगे और साथ ही उन्हें खुशी का अनुभव भी होगा। सीरियल सोनी सब पर प्रसारित हो रहा है।
अली (सिद्धार्थ निगम) और यास्मीन (अवनीत कौर) के मनमुटाव के बीच इन दोनों के फैन्स के लिये यह एक शानदार अनुभव होने वाला है, क्योंकि इन दोनों के बीच प्यार के फूल खिल रहे हैं। अलादीन से शक्ल मिलने के कारण यास्मीन उसे बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। उसने सारी यादों को फिर से ताजा कर दिया था। बगदाद से उसे बाहर ना निकाल पाने के बाद, अब यास्मीन ने अली का फायदा उठाने की योजना बनायी है। वह उसके करीब जाकर, जफ़र (आमिर दल्वी) को जलाना चाहती है और इससे अली को महल से बाहर फेंक दिया जायेगा।
अलादीन: यास्मीन की चाल

यास्मीन की चाल के बारे में पता होने के बावजूद भी अलादीन इस तरह से दिखाता है कि उसे कुछ भी पता नहीं है और उसने सोचा है कि वह यास्मीन के साथ हर पल को पूरी तरह से जी लेगा। ऐसे में एक ट्विस्ट सामने आता है, जब अलादीन को अलग-अलग जगहों से पर्चियां मिलने लगती हैं जिसमें किसी ने दावा किया था कि वह उसकी असलियत जानता है।
अलादीन से क्यों नफ़रत करती है यास्मीन

यास्मीन की भूमिका निभा रहीं अवनीत कौर कहती हैं, ‘यास्मीन, अली का चेहरा देख भी नहीं सकती क्योंकि उसकी शक्ल अलादीन से काफी मिलती-जुलती है। यास्मीन अपने पिता का कत्ल करने की वजह से अलादीन से नफ़रत करती है, जिससे चीजें और भी मुश्किल हो गयी हैं। ऐसे में वह उसे महल से बाहर करने के लिये एक योजना बनाती है। अब वह अली के करीब जाने की कोशिश कर रही है ताकि जफ़र, अली से चिढ़कर उसे बाहर फेंक दे। वैसे इन दोनों के बीच का रोमांस दर्शकों को लुभाने वाला है, लेकिन उनकी सांसें ऊपर-नीचे होती रहेंगी कि आखिर आगे क्या होगा।’
अलादीन का किरदार निभा रहे, सिद्धार्थ निगम कहते हैं, ‘यास्मीन का यह रूप देखकर अली हैरान है और साथ ही उसके प्रति उसके आकर्षण से भी उसे अचंभा हो रहा है। हालांकि, उसे इस बात का पता चल जाता है कि वह यह सब एक इरादे के साथ कर रही है ताकि उसे राज्य से बाहर निकाल दिया जाये। लेकिन उसने अपना सारा ध्यान इस पल का आनंद उठाने पर लगा दिया है। यास्मीन के साथ प्यार के इस रिश्ते को लेकर वह बहुत खुश है, लेकिन कुछ ऐसा होने वाला है कि उसकी दुनिया में उथल-पुथल मच जायेगी। यह देखना दर्शकों के लिये दिलचस्प होगा कि अली उर्फ अलादीन के लिये क्या चीज इंतजार कर रही है।’