संन्यास लेना चाहती हैं गुजरात की यह दोनों बहनें
युवाओं में एक तरफ जहां नशोखोरी, स्क्रीन एडिक्शन और विदेशी संस्कृति के प्रति रूझान बढ़ रहा है वहीं हाल के कुछ वर्षों में कई करोड़पति युवाओं के वैरागी होने की भी खबरें आई हैं। ताज़ा मामला गुजरात का है जहां एक करोड़पति कपड़ा कारोबारी की दो बेटियां संसार से विरक्त हो गई हैं। 17 साल की बेटी दृष्टि और 14 साल की बेटी पूजा अब सब कुछ छोड़छाड़ कर सन्यासिन का जीवन जीना चाहती हैं।
टेक्सटाइल उद्योगपति की दो बेटियां दृष्टि और पूजा ने फैसला लिया है कि 13 मार्च 2019 के दिन वे दीक्षा लेकर पिता की करोड़ों की संपत्ति का त्याग कर संन्यासी बन जाएंगी। यह पहली बार नहीं है कि करोड़ों की जायदाद छोड़कर युवा सनयास लेने के बारे में सोच रहे हैं। इससे पहले भी कई बार ऐसे मामले सुर्खियों में आए हैं। बहरहाल पूजा और दीक्षा के इस कदम को रोकने के लिए उनके परिवार वालों ने तमाम कोशिशें की लेकिन कामयाब नहीं हुए।
9 देशों का भ्रमण भी नहीं डिगा पाया इरादे
बचपन से किसी राजकुमारी की तरह सारी सुख सुविधाओं में पली-बढ़ी कपड़ा कारोबारी की बेटियां इन सबसे ऊब गई हैं। सूरत के इस मालवाड़ा परिवार ने बेटियों को सारे सुख दिए हैं। सन्यास लेने और वैराग का इरादा उनके मन से निकल जाये इसके लिये परिवार ने उन्हें विदेशों की यात्रा भी करवाई। फिर भी संन्यासी जीवन उन्हें आकर्षित कर रहा है। परिवार का कहना है कि दोनों बेटियों ने जब अपने मन की बात परिवार के सामने रखी और कहा कि वे लोग दीक्षा लेना चाहते हैं तब परिवार काफी आश्चर्यचकित हो गया था। जिसके बाद इतनी छोटी उम्र में दीक्षा लेने का फैसला करने वाली दोनों बेटियों की परीक्षा लेने के लिए उन्हें 9 देशों का सफर करवाया गया, सबसे महंगे क्रूज में ट्रिप भी करवाई गई लेकिन उनका फैसला नहीं बदला।
बेटियों के फैसले से माता खुश
विदेशी जीवन और चकाचौंध से ज्यादा दृष्टि और पूजा को संन्यासी जीवन अच्छा लगा। जिन दोनों बेटियों को परिवार के लोगों ने राजकुमारी की तरह बड़ा किया है वे बहुत कम वक्त में भिक्षुक जीवन बिताएंगी. इस बारे में दोनों बेटियों की मां ने कहा कि दोनों बेटियों को यह बताना जरुरी था कि संन्यासी जीवन काफी कठिन है। हमें खुशी है कि हमारी बेटियां अपने फैसले पर टिकी रहीं। बेटियां दीक्षा ले रही हैं उस बात का हमें गर्व है।
बता दें कि सूरत के इस परिवार को समाज के लोग काफी प्रतिष्ठित परिवार के तौर पर पहचानते हैं. सालों से टेक्सटाइल उद्योग के साथ जुड़े इस परिवार में किसी भी चीज की कमी नहीं है। परिवार ने 17 साल की बेटी दृष्टि और 14 साल की बेटी पूजा की एक भी इच्छा ऐसी नहीं होगी जो पूरी नहीं की होगी लेकिन फिलहाल वो एक साथ संन्यास लेने जा रही हैं।