अमृतसर रेल हादसा पंजाब की सरकार और वहां के प्रशासन की सबसे बड़ी भूल के तौर पर जाना जाएगा, देश भर की मीडिया अमरिंदर सिंह के प्रशासन की पोल खोल रहा है, तो अब मीडिया को कवरेज से हटाया जा रहा है,
पुलिस वहां के सच को दुनिया के सामने नहीं आने देना चाहती.देश को नहीं बताने दिया जा रहा कि आख़िर कैसे बिना मंजूरी के वहां आयोजन हुआ, रविवार को इस घटना की कवरेज कर रहे मीडिया कर्मियों को पुलिस ने हटाया तो मौका-ए-वारदात यानी जोडा फाटक पर पीड़ित लोगों को गुस्सा आ गया, अपनों को खो चुके लोग अपनी आवाज़ नहीं दबने चाहते, प्रदर्शनकारियों और पुलिस में झड़प हो गई.
पुलिस टीम हादसे के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को ट्रैक से हटाकर रेलवे ट्रैक को क्लीयर करवाने पहुंची थी. इस दौरान लोगों ने पुलिस फोर्स पर पत्थरबाजी की दी. जिसमें एक पुलिस जवान घायल हो गया है. लेकिन पुलिस ने मामले में कुछ मीडिया कर्मियों को अज्ञात बता कर मामला दर्ज कर लिया.सरकार अब पुलिस के जरिये वहां लीपापोती कर रही है
https://youtu.be/BArqNFF6AQ4